Sonbhadra News: खनन माफिया–सरकार गठजोड़ से जनजातीय मजदूरों की जानें जा रहीं:अजय राय

मुख्यमंत्री मौन—यह मानवता और बिरसा मुंडा दोनों का अपमान— प्रदेश अध्यक्ष 

Sonbhadra News: उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री अजय राय बुधवार को सोनभद्र के पनारी गाँव पहुँचे, जहाँ 15/11/2025 को बिल्ली मारकुंडी ओबरा खदान में अवैध खनन के कारण हुए भीषण हादसे में अपनी जान गँवा चुके इंद्रजीत यादव और संतोष यादव के परिजनों से मिले। उन्होंने शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की ।

प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा की सोनभद्र का यह हादसा कोई दुर्घटना नहीं, यह सत्ता–माफिया गठजोड़ की खुली साज़िश है। अवैध खनन बिना सरकार की सरंक्षण के एक इंच नहीं चल सकता। मुख्यमंत्री बिरसा मुंडा की जयंती पर मंच सजाते रहे, और उसी जनपद में आदिवासी मजदूर पत्थरों के नीचे दम तोड़ते रहे—यह कैसा दोहरापन है? सरकार बिरसा मुंडा के नाम पर तालियाँ बजा सकती है, लेकिन उनके जल–जंगल–ज़मीन की रक्षा करने की बात आते ही माफियाओं की चौखट पर जाकर गिर जाती है। यह मोदी – योगी सरकार जनजातीय समाज की सबसे बड़ी दुश्मन बन चुकी है। जो लोग आदिवासियों के खून से खदानें चलवा रहे हैं, वे सत्ता के संरक्षण में बैठे हैं।असंवेदनशीलता देखिए एक तरफ मुख्यमंत्री आदिवासी गौरव दिवस मनाने के मंच पर थे, और दूसरी तरफ वहीँ से मात्र डेढ़ किलोमीटर एयर डिस्टेंस पर आदिवासी मजदूर मौत के गड्ढों में धँस रहे थे। यह संवेदनहीनता नहीं, बल्कि जनजातीय समाज का अपमान है। मुख्यमंत्री हादसे की जगह तक झाँकने भी नहीं गए—यह मानवता को शर्मसार करता है।पूरे प्रदेश में, विशेषकर सोनभद्र, खनन दुर्घटनाओं का “पर्याय” बन चुका है।यहाँ की पत्थर खदानों को सत्ता–माफिया गठजोड़ ने “मौत का कुआँ” बना दिया है।खनन माफिया और सत्ता पक्ष के नेता मिलीभगत से अवैध खदानें चला रहे हैं। मजदूरों के जीवन की कोई कीमत नहीं बची। यह दुर्घटना नहीं—यह एक सुनियोजित हत्या है। इसके जिम्मेदार किसी को भी बख्शा नहीं जाना चाहिए।मार्केटिंग करने में माहिर भाजपा जब पूरे देश में भगवान बिरसा मुंडा की जयंती मना रही थी उसी दिन उसी जनपद में योगी आदित्यनाथ कार्यक्रम कर रहे थे, लेकिन जहाँ जनजातीय मजदूर मौत के मुँह में समा गए—वहाँ जाना भी जरूरी नहीं समझा। यह बिरसा मुंडा की आत्मा का अपमान है, और पूरे जनजातीय समाज के संघर्ष का निरादर है।भगवान बिरसा मुंडा ने जल–जंगल–ज़मीन और अपनी धरती की रक्षा के लिए साम्राज्यवाद से लड़ाई लड़ी थी। आज हमें भी वही साहस सत्ता द्वारा अधिकारों की चोरी, आवाज़ों के दमन और लोकतंत्र पर हो रहे हमलों के खिलाफ खड़ा होना सिखाता है।जो सरकार बिरसा मुंडा के नाम पर जनजातीय धारा दिवस मना रही है, वही सरकार सबसे ज्यादा जनजातीय समुदाय की दुश्मन बन चुकी है—यह उदाहरण हर हफ्ते किसी न किसी रूप में सामने आता है।”

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काग्रेस पार्टी की प्रमुख मांगे —

1. सोनभद्र की सभी खदानों का तत्काल ऑडिट कराया जाए।

2. मानक के विपरीत और अवैध रूप से संचालित सभी खदानों को बंद कर जिम्मेदारों पर कठोर कार्रवाई की जाए।

3. खनन में काम कर रहे मजदूरों का इंश्योरेंस, सुरक्षा उपकरण और जिम्मेदारी तय की जाए।

4. अवैध खनन हादसे को धारा अनुसार गंभीर अपराध मानकर दोषियों पर हत्या तक की धाराएँ लगाई जाएँ।

5. जनपद को भारी राजस्व देने के कारण—सोनभद्र में NDRF और SDRF की स्थायी तैनाती की जाए।

6. हादसे में मृत प्रत्येक परिवार को 50–50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता और सरकारी नौकरी दी जाए।.अगर सरकार ने जिम्मेदारों को बचाने की कोशिश की, तो कांग्रेस का एक–एक सिपाही सत्य और न्याय के लिए सड़क से सदन तक लड़ाई लड़ने को तैयार है।

दौरे में साथ रहे नेताओं में शामिल कांग्रेस एससी प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर एवं पूर्व विधायक भगवती प्रसाद चौधरी, जिला अध्यक्ष रामराज सिंह गोंड, शहर अध्यक्ष हाजी फरीद अहमद, पूर्व अध्यक्ष राजीव त्रिपाठी, कोऑर्डिनेटर राजीव गौतम, राजेश द्विवेदी, विनोद तिवारी, बृजेश तिवारी, सेतराम केसरी, हरदेव नारायण तिवारी, उषा चौबे, शशांक मिश्रा, कौशलेश पाठक, हाजी नूरुद्दीन खान, राकेश मिश्रा, मिर्जापुर जिला अध्यक्ष शिवकुमार पटेल, स्नातक एमएलसी प्रत्याशी अरविंद सिंह पटेल, शिक्षक स्नातक प्रत्याशी संजय प्रियदर्शी, ईश्वरीय नारायण सिंह, प्रदीप चौबे, श्रीकांत मिश्रा, आशुतोष दुबे, राघवेंद्र नारायण तिवारी, ब्लॉक अध्यक्ष संतोष नेताम, मदन गुप्ता, सुनीता तिवारी, ऊषा चौबे, राकेश मिश्रा, सेतराम केशरी, विनोद तिवारी सहित जिले व प्रदेश के सैकड़ों कांग्रेसजन मौजूद रहे।

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