Varanasi- गौ माता राष्ट्र माता अभियान में गौ माता की डीएनए परीक्षण प्रयोगशाला की शुरूआत
प्रत्येक गौ का डीएनए परीक्षण कर स्पष्ट किया जाएगा कि कौन गाय है और कौन गवय
Varanasi- “गौ माता राष्ट्र माता अभियान” में शनिवार को केदारघाट स्थित श्री विद्यामठ में गौ माता के डीएनए परीक्षण के लिए एक आधुनिक प्रयोगशाला की शुरूआत की गई। इस प्रयोगशाला में प्रत्येक गौ का डीएनए परीक्षण कर यह स्पष्ट किया जाएगा कि कौन गाय है और कौन गवय (गौ के नाम पर अन्य पशु)। इससे गौ माता की रक्षा तथा संरक्षण के कार्य को वैज्ञानिक आधार भी मिलेगा। श्री विद्यामठ के प्रभारी परमात्मानन्द ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि सनातन संस्कृति में गौ माता को मात्र एक पशु नहीं,बल्कि मातृशक्ति और सात्विक ऊर्जा के स्रोत के रूप में प्रतिष्ठित किया गया है। हमारे शास्त्रों में स्पष्ट रूप से वर्णित है कि गौ के बिना हिंदू संस्कृति की कल्पना भी नहीं की जा सकती। आज जब पूरा समाज सात्विक ऊर्जा और शुद्ध वातावरण की आवश्यकता महसूस कर रहा है,तब दुर्भाग्यवश गौ माता की उपेक्षा और हत्या निरंतर बढ़ रही है। उन्होंने बताया कि इसी पीड़ा को अनुभव करते हुए,देशभर के गौ सेवकों ने ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती से निवेदन किया कि वे आगे आकर गौ माता की रक्षा सुनिश्चित करें। गौ सेवा और राष्ट्र सेवा की भावना से प्रेरित होकर शंकराचार्य महाराज ने “गौ माता राष्ट्र माता अभियान” का श्रीगणेश किया। इस अभियान के अंतर्गत देशभर में यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि गौ की पहचान वैज्ञानिक पद्धति से हो सके। उन्होंने बताया कि शंकराचार्य के आदेशानुसार श्री विद्यामठ में गौ माता की डीएनए परीक्षण के लिए आधुनिक प्रयोगशाला की स्थापना की गई है। परमात्मानन्द महाराज ने सभी सनातन धर्मावलम्बियों से आह्वान किया कि वे इस पावन कार्य में तन-मन-धन से सहयोग करें और गौ माता के संरक्षण को राष्ट्र रक्षा का प्रमुख कर्तव्य समझें।