खुद ही रुपये गबन करने के इरादे से प्लाईवुड व्यापारी के कर्मचारियों ने गढ़ी लूट की कहानी, जानें पूरा मामला

लखनऊ/अमृत विचार। खुद ही रुपये गबन करने की नीयत से बुधवार को प्लाईवुड व्यापारी के दो कर्मचारियों ने तीन थानों की पुलिस को करीब पांच घंटे तक दरबदर दौड़ाया। अंतत: पुलिस को जब लूट के संबंध में कोई सीसीटीवी फुटेज नहीं मिले तो कड़ाई से पूछने पर कर्मचारियों ने लूट से इनकार करते हुए अपना जुर्म स्वीकार किया। दोनों कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, अलीगंज के निराला नगर निवासी प्लाईवुड व्यापारी अरुण जिंदल ने अपने दो कर्मचारियों को कलेक्शन करने के लिए अपने कर्मचारी चिनहट निवासी अंकित यादव और ठाकुरगंज के बालागंज निवासी अर्जुन सोलंकी को भेजा था।

बुधवार शाम करीब 6:30 बजे दोनों कर्मचारियों ने अरुण को फोन करके बताया कि नाका-हुसैनगंज ओवरब्रिज पर दो बाइक पर सवार तीन लुटेरों ने असलहे के दम पर कलेक्शन के 13 लाख रुपये से भरा बैग लूट लिया है। जानकारी मिलने पर तत्काल ही कैसरबाग, नाका और हुसैनगंज पुलिस मौके पर पहुंची। जेसीपी क्राइम नीलब्जा चौधरी, डीसीपी मध्य अपर्णा रजत कौशिक, एडीसीपी मध्य मनीषा सिंह व एसीपी कैसरबाग प्रकाश चंद्र अग्रवाल भी पहुंचे।

सीसीटीवी में कहीं नहीं दिखे लुटेरे
डीसीपी मध्य अपर्णा रजत कौशिक ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने पर तत्काल कंट्रोल रूम की मदद से घटना स्थल के आसपास 50 से अधिक सीसीटीवी कैमरों के फुटेज जांचे गये। पर किसी में भी अंकित और अर्जुन का कोई भी पीछा करते नहीं दिखा। ओवरब्रिज के सीसीटीवी में लूट से संबंधित कोई फुटेज नहीं दिखा।

बिना प्लानिंग झूठी कहानी रचने पर दबोचे गये
सीसीटीवी साक्ष्य न मिलने पर जब पुलिस ने दोनों ही कर्मचारियों से अलग-अलग पूछताछ की तो उन्होंने लुटेरों के जाने के रास्ते का अलग-अलग वर्णन किया। इसके बाद संदेह होने पर दोनों से अलग-अलग कड़ाई से पूछताछ की गई तो उन्होंने लूट की बात को अस्वीकारते हुए बताया कि उन्होंने ही पैसे गबन करने के इरादे से लूट की झूठी कहानी गढ़ी थी।

घटना से पूर्व ही उन्होंने रूपयों से भरा बैग एक जगह छिपा दिया था। इसके बाद आरोपियों की निशानदेही पर 13 लाख रुपये बरामद कर लिये गये। डीसीपी मध्य ने बताया कि पांच घंटे में ही इस वारदात का खुलासा कर लिया गया है। आरोपियों के साथ वारदात में और कितने लोग शामिल थे, इसकी जानकारी जुटाई जा रही है।

Related Articles

Back to top button