लखनऊ: एटीएस ने कराया मौलाना कलीम का तीनों आरोपियों से सामना

लखनऊ। प्रदेश में धर्मांतरण गैंग की जड़े बहुत गहरी हैं, गैंग में सक्रिय कार्यकर्ताओं की एक लंबी सूची हो सकती है, इस बात को एटीएस के अधिकारी भी अब मान रहे हैं। जब से धर्मांतरण के आरोपी उमर गौतम और जहंगीर आलम को गिरफ्तार किया है तब से आरोपियों की संख्या भी बढ़ रही है। मंगलवार को रिमांड पर लाये गये धर्मांतरण के आरोपी इदरीस कुरैशी, मोहम्मद सलीम व कुणाल अशोक चौधरी उर्फ आतिफ का मौलाना कलीम से एटीएस ने आमना सामना कराया, इस दौरान बैंक खातों से किए गये लेन देन से जुड़े कई सवाल किए गये, जिसमें अधिकांश सवालों का जवाब आरोपी नहीं दे पाये।

सवाल था कि खाता खुलवाने में किसने मदद की? विदेश से कितने लोग संपर्क में हैं? पाकिस्तानी कनेक्शन क्या है? सिलीपर सेल को कितना पैसा देतें है, मुस्लिम देशों से कितना गहरा संपर्क है, भारत में रहकर ​किस तरह का रोजी रोजगार करते थे? घरों के खर्चे के लिए पैसा कहां से आता है, आलीशान मकान और मंहगी गाड़ियां कहां से खरीदी, इन सब सवालों का सीधा जवाब आरोपी नहीं सके हैं। लेकिन आरोपियों ने एटीएस को मौलाना कलीम के सामने ही बताया कि सारा पैसा कलीम ने उमर गौतम की गिरफ्तारी के बाद से ही छुपाने की कवायद शुरू कर दी थी।

एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार के मुताबिक मौलाना कलीम सिद्दीकी के द्वारा संचालित जमीयते इमाम वलीउल्लाह ट्रस्ट के विभिन्न खातों में लगभग तीन करोड़ की धनराशि जमा किए जाने के सुबूत मिले थे। जांच में अब तक उपरोक्त ट्रस्ट के मोहम्मद इदरीस कुरैशी, मोहम्मद सलीम व कुणाल अशोक चौधरी उर्फ आतिफ के अलग-अलग खातों से 20 करोड़ से अधिक राशि जमा किए जाने के तथ्य मिल चुके हैं। अब बुधवार को आरोपियों से अलग—अलग पूछताछ की जायेगी, फिलहाल सभी आरोपियों के खातों को सीज कर दिया गया है।

नौकरी और शादी का देते हैं प्रलोभन

आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वह लोगों को अपनी टीम में जोड़ते थे और वहां लोगों को धर्म बदलने के लिए प्रेरित करते थे, शादी से लेकर नौकरी का भी झांसा दिया जाता था। इससे पहले उमर गौतम और मुफ़्ती जहांगीर को गिरफ्तार करते हुए इनके गिरोह द्वारा पूरे देश में चलाए जा रहे अवैध धर्म परिवर्तन के रैकेट का खुलासा किया गया था। इस पूरे रैकेट से जुड़े अब तक 9 आरोपियों को एटीएस गिरफ्तार कर चुकी है, जिसमें उमर गौतम, मुफ़्ती जहांगीर, सलाउद्दीन, इऱफान शेख़, राहुल भोला, मन्नू यादव उर्फ मन्नान, रामेश्वर कांवरे उर्फ एडम, डॉक्टर अर्सलान उर्फ भूप्रिय बंदो और कौसर आलम शामिल हैं।

आरो​पियों के खाते में 100 बार बड़े लेन देन

एटीएस ने मंगलवार को उन खातों की भी लिस्ट सामने रखी जिसमें अभी तक 100 बार बड़े स्तर पर लेन देन हुआ था। इसमें कुछ इस्लामिक संस्थाओं से भी पैसा ट्रांसफर किया गया। आरोपियों ने संस्थाओं से जुड़े लोगों के नाम भी बताये हैं, जिन लोगों ने पैसे ट्रांसफर किए वह मौलाना कलीम से भी जुड़े हुए हैं। एटीएस को मौलाना कलीम के सहयोगियों के पास से करोड़ों की संपत्ति होने के साक्ष्य मिले थे, उन साक्ष्यों के जवाब को लेकर जवाब भी मौलाना कलीम नहीं दे सका है।

ईडी भी कर सकती है जांच

एटीएस अधिकारियों की मुताबिक, धर्मांतरण के आरोपियों के खातों की जांच ईडी भी कर सकती है। इससे पहले एटीएस ने उमर गौतम और जहांगीर आलम के खातों की जांच में करोड़ों रूपयों का लेन देन होना पाया था।

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