निगम चुनाव में महिला सीट होने पर वार्ड 79 से सानिया खांन लडेंगी चुनाव
गाजियाबाद। लायक हुसैन।( एक संदेश ब्यूरो ) साहिबाबाद विधान सभा के इंदिरापुरम न्याय खंड प्रथम वार्ड नंबर 79 में रहने वाले साहिल खांन जिन्होंने अपनी पहचान को क्षेत्र में लोगों के बीच रहकर समाज के लिए बेहतर कदम उठाने का काम तो किया ही है इसी के साथ साहिल खांन का सबसे बेहतर काम यह है कि वह अपने वार्ड की जनता के लिए हर दुख सुख में खड़े होने का काम जरूर करते हैं और यह कार्य लगभग 10 वर्षों से भी अधिक समय से वह लगातार कर रहे हैं, मसलन चाहे आमजन मानस की समस्या चाहे किसी भी प्रकार की हो साहिल खांन प्रयास यही करते हैं कि इस समस्या का समाधान हर संभव होना चाहिए और होता भी है।
बात यहीं पर खत्म नहीं होती चूंकि इस वार्ड की जनता ने भी इस बार साहिल खांन से निगम चुनाव में खड़े होने के लिए जोर दिया है, इस पर साहिल खांन ने आज दैनिक एक संदेश समाचार पत्र के गाजियाबाद से ब्यूरो चीफ लायक हुसैन रूबरू होते हुए कहा कि अगर महिला सीट हुई तो वह अपनी धर्म पत्नी सानिया खान को चुनाव लड़ाने का काम करेंगे, एक खास बात हम आपको बताते चलें कि साहिल खांन समाजवादी पार्टी के नेता भी हैं और इनकी गिनती साहिबाबाद क्षेत्र में प्रमुख समाजसेवियों के रूप में लोग करते हैं जिसकी खास वजह यही है कि एक बार चाहे सुख में साहिल खांन न खड़े हों परंतु हर दुख में इनकी उपस्थिति दर्ज जरूर होती है और यह पूरी तरह से हर रोज अपने क्षेत्र का भ्रमण जरूर करते हैं लोगों के बीच जाकर वह संपर्क में बने रहते हैं। वहीं सबसे अच्छी बात यह है कि लोगों को भी एक आदत हो गई है है कि हम सबके बीच एक ऐसा व्यक्ति है जो हर सुबह एक बार सादगी के साथ आता जरूर है और लोगों की मानें तो उन्हें ऐसा प्रतीत हो रहा है कि अगर साहिल खांन उनके जनप्रतिनिधि बन गए तो तमाम समस्याओं का निदान होने में ज्यादा समय नहीं लगेगा यह लोगों की अपनी प्रतिक्रिया दिखी हमारे संवाददाता ने स्वयं ही इस वार्ड की जनता के बीच जाकर संपर्क किया और यह संपर्क एक दिन का नहीं है हमरी भी यही सोच रहती है कि हमें सटीक जानकारी प्राप्त हो और हम आप सब लोगों के बीच उस सच्चाई को लाने में सफल हो सकें। चूंकि जनता से संपर्क बना रहना बेहद जरूरी होता है, हमने पहले जनता के बीच जाकर संपर्क किया और उसके बाद हमारे संवाददाता ने साहिल खांन के मन की बातें टटोलने का काम किया। और जनता की इस बात को सुनकर मुझे बेहद अच्छा लगा कि वास्तव में अब जनता की कसौटी पर खरा वही उतरता है जो जनहित के लिए बेहतर साबित होता है।