अमरनाथ हादसा : रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, 6 लोगों को एयरलिफ्ट किया गया, अब तक 16 की मौत

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में स्थित पवित्र अमरनाथ गुफा क्षेत्र में बादल फटने से 16 लोगों की मौत हो गई. 40 तीर्थयात्री लापता हैं. सेना ने शनिवार सुबह रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया. 6 लोगों को एयरलिफ्ट किया गया. उधर, माउंटेन रेस्क्यू टीम लापता लोगों की तलाश में जुट गई है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बादल फटने से अचानक आई बाढ़ में कम से कम तीन लंगर (सामुदायिक रसोई) और 25 यात्री तंबू बह गए. करीब 40 तीर्थयात्री लापता हैं. ऐसे में मृतकों का आंकड़ा बढ़ सकता है.

प्रशासन के साथ-साथ एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम राहत-बचाव कार्य में जुट गई है. पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने एलजी मनोज सिन्हा से हालात की जानकारी ली है. हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं. फिलहाल यात्रा रोक दी गई है. अधिकारियों के मुताबिक मौसम विभाग की रिपोर्ट और अन्य स्थितियों को देखते हुए फैसला लिया जाएगा. देर रात तक बचाव कार्य जारी था. नीलागरर हेलीपैड पर मेडिकल टीमें मौजूद हैं. माउंटेन रेस्क्यू टीम और अन्य दल लापता लोगों की तलाश में जुटे हैं. रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे सुरक्षाकर्मियों ने दावा किया है कि हालात काबू में हैं और काफी लोगों को रेस्क्यू कर लिया गया है. सुरक्षाबलों का भी कहना है कि रेस्क्यू ऑपरेशन जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा. बचाव कार्य में सर्च और रेस्क्यू डॉग को भी लगाया गया है. शरीफाबाद से 2 सर्च और रेस्क्यू डॉग को हेलीकॉप्टर के जरिए पवित्र गुफा में ले जाया गया है.

एनडीआरएफ हेल्पलाइन– 01123438252, 01123438253, 919711077372

कमांड सेंटर हेल्पलाइन– 01942496240, 01942313149

जम्मू कश्मीर एसडीआरएफ– 911942455165, 919906967840

अमरनाथ यात्रा हेल्पलाइन– 01912478993

भारतीय सेना भी मौके पर रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है. हेलीकॉप्टर के जरिए घायलों को लेकर सुरक्षित स्थानों और अस्पतालों में भेजा रहा है. सोनमर्ग के बालटाल बेस कैंप से अमरनाथ यात्रा अस्थाई रूप से स्थगित की गई है. एक श्रद्धालु ने कहा है कि हमें आज के लिए यहां टेंट में रहने के लिए कहा गया है. वहां (अमरनाथ गुफा) मौसम साफ नहीं है.

अमरनाथ यात्रा हादसे के स्वास्थ्य विभाग को भी अलर्ट मोड पर रखा गया है. स्वास्थ्य सेवा निदेशालय, कश्मीर ने कर्मचारियों के सभी अवकाश रद्द कर दिए और उन्हें तुरंत ड्यूटी पर रिपोर्ट करने का निर्देश दिया है. सभी अधिकारियों को अपने मोबाइल स्विच ऑन रखने के निर्देश दिए. सीएमओ गांदरबल डॉ. अफरोजा शाह ने बताया कि फिलहाल सभी घायलों का तीनों बेस अस्पतालों में इलाज चल रहा है. ऊपरी पवित्र गुफा, निचली पवित्र गुफा, पंजतरणी और आसपास की अन्य सुविधाएं ली जा रही हैं. घायल मरीजों के बेहतर इलाज की व्यवस्था की गई है. आईटीबीपी की तरफ से बताया गया कि बाढ़ की वजह से पवित्र गुफा क्षेत्र के पास फंसे अधिकांश श्रद्धालुओं को पंजतरणी में भेज दिया गया है.  ईटीबीपी ने अपने मार्ग खोलकर निचली पवित्र गुफा से पंजतरणी तक बढ़ा दिया है. कोई भी श्रद्धालु ट्रैक पर नहीं रह गया है. करीब 15,000 लोगों को सुरक्षित भेजा गया है.

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