जींद : सोमवती अमावस्या पर पितृ तर्पण के लिए पिंडारा तीर्थ पर उमड़े श्रद्धालु

श्रद्धालुओं ने तीर्थ सरोवर में लगाई डुबकी

मेले में श्रद्धालुओं ने जमकर की खरीददारी

जींद। सोमवार को सोमवती अमवस्या पर गांव पांडू पिंडारा स्थित पिंडतारक तीर्थ पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। श्रद्धालुओं ने अल सुबह ही तीर्थ पर स्नान किया और पिंडदान करके करके तर्पण किया।

ऐसी मान्यता है कि महाभारत युद्ध के बाद पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए पांडवों ने यहां 12 वर्ष तक सोमवती अमावस्या की प्रतीक्षा में तपस्या की। बाद में सोमवती अमावस के दिन पर युद्ध में मारे गए परिजनों की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान किया। तभी से यह माना जाता है कि पांडु पिंडारा स्थित पिंडतारक तीर्थ पर पिंडदान करने से पूर्वजों को मोक्ष मिल जाता है। महाभारत काल से ही पितृ विसर्जन की अमावस्या, विशेषकर सोमवती अमावस्या पर यहां पिंडदान करने का विशेष महत्व है। जिसके चलते हर अमवस्या और सोमवती अमवस्या पर श्रद्धालु यहां पिंडदान करने के लिए विभिन्न प्रांतों के लोग श्रद्धालु आते हैं। पिंडारा तीर्थ पर सोमवती अमावस्या पर पहुंचे श्रद्धालुओं ने यहां लगे मेले में जमकर खरीददारी भी की।

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