Shimla Breaking – बॉक्सिंग वर्ल्ड कप में शिमला की बेटियों ने थाईलैंड में चमकाया भारत का नाम
Shimla Breaking -थाईलैंड के बैंकॉक शहर में 7 से 12 अप्रैल तक आयोजित फर्स्ट थाईलैंड किक बॉक्सिंग वर्ल्ड कप में जिला शिमला के चिढ़गांव क्षेत्र की दो बेटियों दीक्षिता शिलाल और सनिका लल्टवान ने शानदार प्रदर्शन करते हुए देश और प्रदेश का नाम रोशन किया है। दीक्षिता ने माइनस 56 किलोग्राम श्रेणी में सिल्वर जबकि सनिका ने इसी श्रेणी में कांस्य पदक हासिल किया।
इन दोनों खिलाड़ियों ने बुधवार को उपायुक्त शिमला अनुपम कश्यप से शिष्टाचार भेंट की। उपायुक्त ने उन्हें उनकी इस उपलब्धि के लिए सम्मानित करते हुए कहा कि चिढ़गांव की इन बेटियों ने यह साबित कर दिया है कि समर्पण और मेहनत से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि दीक्षिता और सनिका, दोनों युवाओं के लिए प्रेरणा हैं और इनकी सफलता से प्रदेश के अन्य युवा भी खेलों की ओर आकर्षित होंगे।
अनुपम कश्यप ने कहा कि खेल केवल एक प्रतिस्पर्धा नहीं बल्कि समाज को सकारात्मक दिशा देने का माध्यम है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे नशे से दूर रहें और खेलों को अपनी जीवनशैली का हिस्सा बनाएं। उन्होंने यह भी कहा कि जिला प्रशासन इन खिलाड़ियों को नशे के विरुद्ध अभियान का चेहरा बनाएगा, जिससे अधिक से अधिक युवा जागरूक हों।
Shimla Breaking –Rajkot: बेकाबू बस ने मचाया कहर, तीन की दर्दनाक मौत, दो गंभीर रूप से घायल
बता दें कि सनिका लल्टवान, गांव संधाड़ी (चिढ़गांव) की निवासी हैं। उन्होंने 2016 में वुशु से खेल करियर की शुरुआत की। इसके बाद ताइक्वांडो और फिर किक बॉक्सिंग में उन्होंने कई राज्य व राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में पदक हासिल किए। 2023 में खेलो इंडिया शिलारू में उन्होंने स्वर्ण पदक जीता और 2025 में दिल्ली में आयोजित अंतरराष्ट्रीय किक बॉक्सिंग प्रतियोगिता में भी स्वर्ण पर कब्जा जमाया। बीए स्नातक की पढ़ाई कर रहीं सनिका को उनके माता-पिता और कोच का भरपूर समर्थन मिला।
वहीं दीक्षिता शिलाल, गांव डिसवानी (चिढ़गांव) की रहने वाली हैं। उन्होंने 2014 से जिला स्तरीय प्रतियोगिताओं में भाग लेना शुरू किया। 2019 से उन्होंने किक बॉक्सिंग को अपनाया और राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर स्वर्ण व रजत पदक जीते। 2025 में गाला फाइट में भारत की पहली महिला खिलाड़ी बनीं जिन्हें स्वर्ण पदक व गाला बेल्ट प्राप्त हुआ। दीक्षिता वर्तमान में सीमा कॉलेज, रोहड़ू से बीए प्रथम वर्ष की छात्रा हैं। पिता के निधन के बावजूद उनकी माँ ने उन्हें हमेशा आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
स्थानीय प्रतिभाओं को दे रहीं प्रशिक्षण
सनिका और दीक्षिता ने 2024 में चिढ़गांव में ‘हिमालयन वॉरियर मार्शल आर्ट्स एकेडमी’ की स्थापना की है। इस एकेडमी के माध्यम से वे स्कूली बच्चों को प्रशिक्षित कर रही हैं ताकि युवा खेलों की ओर प्रेरित हों और नशे जैसी बुराइयों से दूर रहें। उन्होंने अभिभावकों से अपील की कि वे अपने बच्चों को खेलों से जोड़ें और सकारात्मक माहौल दें।
दोनों खिलाड़ियों ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, कोच वीरेंद्र जगिता और सहयोगी डॉ. संजय यादव को दिया। उनका कहना है कि सही मार्गदर्शन और सहयोग मिलने पर ग्रामीण क्षेत्र की बेटियां भी अंतरराष्ट्रीय मंच पर देश का नाम रोशन कर सकती हैं।