Kolkata: तृणमूल विधायक तापस साहा का निधन, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने जताया गहरा शोक

Kolkata: पश्चिम बंगाल की राजनीति को बुधवार सुबह एक बड़ा झटका लगा, जब नदिया जिले के तेहट्ट विधानसभा क्षेत्र से तृणमूल कांग्रेस के विधायक तापस साहा का 66 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। उनके असामयिक निधन पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गहरा दुख जताया है और इसे राज्य की राजनीति के लिए अपूरणीय क्षति करार दिया है।

मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर अपने शोक संदेश में लिखा, “नदिया के तेहट्ट से विधायक और तृणमूल कांग्रेस परिवार के एक महत्वपूर्ण सदस्य तापस साहा के असामयिक निधन से मैं अत्यंत मर्माहत हूं। वह मेरे वर्षों पुराने सहयोगी थे। उनका जाना न केवल नदिया जिले बल्कि समूचे बंगाल की राजनीति के लिए बड़ी क्षति है। मैं उनके परिवार, रिश्तेदारों, मित्रों और अनगिनत समर्थकों के प्रति अपनी गहरी संवेदना प्रकट करती हूं।”

प्राप्त जानकारी के अनुसार, मंगलवार को उन्हें मस्तिष्क में रक्तस्राव (ब्रेन हैमरेज) के कारण गंभीर हालत में कोलकाता के ईएम बायपास स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां गुरुवार सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली।

संघर्षों से भरी रही राजनीतिक यात्रा

तापस साहा की राजनीतिक यात्रा कई उतार-चढ़ावों से भरी रही। तृणमूल कांग्रेस के प्रारंभिक दौर से ही वह ममता बनर्जी के विश्वासपात्रों में शामिल रहे। वर्ष 2011 में उन्होंने पार्टी से टिकट की मांग की थी, लेकिन उस समय पार्टी ने गौरीशंकर दत्त को उम्मीदवार बनाया। साहा ने पार्टी निर्णय का विरोध करते हुए निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ा, जिसके चलते उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया गया।

बाद में उन्हें पुनः पार्टी में शामिल किया गया और उन्होंने संगठनात्मक कार्यों में सक्रिय भूमिका निभाई। वर्ष 2016 में उन्होंने पलाशीपाड़ा सीट से तृणमूल उम्मीदवार के रूप में जीत दर्ज की और पहली बार विधायक बने। 2021 में वह तेहट्ट सीट से दूसरी बार विधानसभा पहुंचे।

हालांकि, उनके राजनीतिक जीवन में विवादों की भी छाया रही। नियुक्ति घोटाले में उनका नाम सामने आया और उनके खिलाफ केंद्रीय जांच एजेंसी ने जांच भी शुरू की। इस दौरान उनके कुछ कथित ऑडियो क्लिप्स भी सामने आए थे, जिसने उन्हें विवादों के केंद्र में ला दिया।

अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पर विचार

तृणमूल विधायक रुकबानुर रहमान ने जानकारी दी कि साहा के अंतिम संस्कार की तिथि और प्रक्रिया उनके परिवार और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से विचार-विमर्श कर तय की जाएगी। उन्होंने बताया कि जिले के कई वरिष्ठ नेता कोलकाता पहुंच रहे हैं।

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गौरतलब है कि तेहट्ट विधानसभा क्षेत्र, कृष्णानगर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है। इसी साल फरवरी में इसी लोकसभा क्षेत्र के कालिगंज विधानसभा सीट से विधायक नसीरुद्दीन अहमद का भी निधन हुआ था, जिससे यह क्षेत्र पहले ही शोकाकुल है।

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