Sonbhadra News: केंद्र में फर्जीवाड़ा, अभद्रता का मामला उजागर जांच की मांग
Sonbhadra News: प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के अंतर्गत रावर्ट्सगंज में संचालित महिंद्रा स्किल सेंटर एक बार फिर विवादों में आ गया है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद सोनभद्र ने मंगलवार को जिलाधिकारी प्रतिनिधि को ज्ञापन सौंपते हुए संस्थान पर गंभीर आरोप लगाए हैं। परिषद ने आरोप लगाया है कि केंद्र में विद्यार्थियों के साथ शैक्षणिक अनियमितताओं के साथ-साथ अभद्रता और मानसिक उत्पीड़न जैसी घटनाएँ लगातार हो रही हैं।
प्रमुख विषय
कोर्स की अवधि से अधिक समय तक छात्रों को रोके रखा गया: केंद्र में संचालित डाटा एंट्री और ब्यूटीशियन कोर्स की निर्धारित अवधि तीन माह है, लेकिन छात्रों से जबरन एक वर्ष तक प्रशिक्षण दिलवाया गया।
प्रमाण पत्र में धांधली: कोर्स समाप्ति के बाद भी छात्रों को 6 माह तक प्रमाण पत्र नहीं दिए गए। अंत में उन्हें अमान्य प्रोविजनल प्रमाण पत्र थमा दिए गए, जिनकी कोई औपचारिक मान्यता नहीं है।
अभद्र व्यवहार और मानसिक उत्पीड़न: छात्रों के विरोध करने पर शाखा प्रबंधक अभिषेक मिश्रा द्वारा गाली-गलौज की गई। आरोप है कि उन्होंने छात्राओं के खिलाफ व्हाट्सएप स्टेटस पर आपत्तिजनक टिप्पणियाँ भी कीं।
पुलिस और बाहरी दबाव: छात्रों को पुलिस बुलाकर जबरन संस्थान से बाहर निकलवाया गया, जिससे उनका मानसिक उत्पीड़न हुआ। साथ ही, प्रबंधक की पत्नी—जो संस्थान की कर्मचारी नहीं हैं—ने बाहरी लोगों के साथ मिलकर छात्रों को डराया-धमकाया।
ब्लैकलिस्ट करने की धमकी: सभी छात्रों से पूरी फीस पहले ही वसूल ली गई थी, लेकिन जब छात्रों ने विरोध किया तो उन्हें ब्लैकलिस्ट करने की धमकी दी गई।
अभाविप ने जिलाधिकारी से माँग की है कि:
मामले की निष्पक्ष और उच्च स्तरीय जांच करवाई जाए।
दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जाए।
छात्रों को मान्य प्रमाण पत्र शीघ्र उपलब्ध कराए जाएं।
संस्थान की मान्यता की पुन: समीक्षा की जाए।
अभाविप ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो संगठन चरणबद्ध आंदोलन के लिए बाध्य होगा।
अभाविप के प्रदेश सह मंत्री शशांक मिश्रा ने कहा, “यह केवल एक संस्थान की लापरवाही नहीं है, बल्कि विद्यार्थियों के साथ खिलवाड़ है। हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे।”
प्रान्त कार्यसमिति सदस्य अनमोल सोनी ने कहा, “छात्रों के साथ अन्याय और महिलाओं के प्रति अभद्रता का कोई स्थान नहीं होना चाहिए। जिला प्रशासन को शीघ्र कार्रवाई करनी होगी।” इसमें प्रमुख रूप से पूर्व जिला संयोजक मृगांक दुबे, तहसील संयोजक राहुल जालान, धर्मेश पाण्डेय, राज सिंह, अल्का कुमारी, आलोक, विराज, रौनक आदि कार्यकर्ता मौजूद रहें।