New Delhi – भारतीय मिशनों के सहयोग से साइबर फ्रॉड में फंसे 269 नागरिकों की घर वापसी

New Delhi- दक्षिण-पूर्व एशिया में साइबर अपराध से जुड़े धोखाधड़ी केंद्रों में फंसे भारतीयों की रिहाई और स्वदेश वापसी सुनिश्चित करने के भारत सरकार के प्रयास निरंतर जारी हैं। थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक स्थित भारतीय दूतावास और चियांग माई स्थित भारतीय महावाणिज्य दूतावास ने 18 नवंबर को भारतीय वायु सेना की दो विशेष उड़ानों द्वारा थाईलैंड के सीमावर्ती शहर माई सोत से 11 महिलाओं सहित 269 भारतीय नागरिकों की स्वदेश वापसी में मदद की है।

थाईलैंड व म्यांमार स्थित भारतीय मिशनों द्वारा थाईलैंड सरकार की विभिन्न एजेंसियों के साथ निकट समन्वय से यह कार्य संचालित किया गया। भारतीय दूतावास ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा बैंकॉक स्थित भारतीय दूतावास और चियांग माई स्थित भारतीय महावाणिज्य दूतावास ने रॉयल थाई सरकार और थाईलैंड के टाक प्रांत के प्रशासन की विभिन्न एजेंसियों के साथ मिलकर भारतीय नागरिकों की स्वदेश वापसी में मदद की। ये भारतीय नागरिक कथित तौर पर म्यांमार के म्यावाड्डी में धोखाधड़ी केंद्रों में शामिल थे और हाल ही में इन केंद्रों पर हुई छापेमारी के बाद रिहा हुए हैं।

थाईलैंड और म्यांमार स्थित भारतीय दूतावास म्यांमार में बड़ी संख्या में चल रहे धोखाधड़ी केंद्रों के चंगुल में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए दोनों सरकारों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। भारतीय मिशनों ने दक्षिण-पूर्व एशिया में पिछले करीब एक वर्ष के दौरान साइबर फ्रॉड में फंसे 1300 से अधिक भारतीय लोगों को स्वदेश वापस भेजने में कामयाबी हासिल की है, जिनमें इस हालिया घटनाक्रम के अलावा इस महीने की शुरुआत में हुई 270 नागरिकों की स्वदेश वापसी भी शामिल है।

बैंकॉक स्थित भारतीय दूतावास ने कहा भारतीय नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे विदेश में नौकरी के प्रस्ताव स्वीकार करने से पहले विदेशी नियोक्ताओं की साख की पुष्टि करें और भर्ती एजेंटों और कंपनियों के पिछले रिकॉर्ड की जांच करें। इसके अलावा, भारतीय पासपोर्ट धारकों के लिए थाईलैंड में वीजा मुक्त प्रवेश केवल पर्यटन और लघु व्यवसाय उद्देश्यों के लिए है और इसका थाईलैंड में रोजगार पाने के लिए दुरुपयोग नहीं किया जाना चाहिए।
(रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी)

 

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