कोरोना संकट: प्रधानमंत्री मोदी ने कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ की बैठक, क्या लगेगा लॉकडाउन?
नई दिल्ली। देश में कोरोना के मामले बेकाबू रफ्तार से बढ़ रहे हैं. इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ताजा हालात को लेकर कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बातचीत की है. ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या फिर देश में संपूर्ण लॉकडाउन लगेगा? प्रधानमंत्री ने तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, झारखंड के मुख्यमंत्रियों के साथ-साथ पुडुचेरी और जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल से भी बातचीत की है.
दरअसल, भारत में कोरोना की दूसरी लहर तबाही मचा रही है. ऑक्सीजन, बेड की किल्लत बनी हुई है और केस बेतहाशा बढ़ रहे हैं. देश में संपूर्ण लॉकडाउन को लेकर तब चर्चा हो रही है, जब कई राज्य अपने यहां पहले ही लॉकडाउन, कर्फ्यू, नाइट कर्फ्यू, वीकेंड लॉकडाउन जैसे कदम उठा चुके हैं. महाराष्ट्र, केरल, राजस्थान, कर्नाटक, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश जैसे राज्यों में पाबंदियां लागू हैं.
इधर, अमेरिका के टॉप हेल्थ एक्सपर्ट डॉ. एंटनी फाउची भी कह चुके हैं कि भारत को मौजूदा स्थिति से निपटने के लिए अपनी तमाम ताकत को झोंक देना होगा. अगर लॉकडाउन लगा जाता है, तो वह ट्रांसमिशन की रफ्तार को रोकेगा, ऐसे वक्त में सरकार को अपनी पूरी तैयारी करनी चाहिए.
तीसरी लहर की चेतावनी!
देश अभी कोरोना की दूसरी लहर का सामना ही कर रहा है, लेकिन एक्सपर्ट्स तीसरी लहर को लेकर चेतावनी भी दे चुके हैं. भारत सरकार के ही प्रमुख वैज्ञानिक सलाहकार ने बीते दिन कहा था कि भारत में कोरोना की तीसरी लहर का आना निश्चित है, हालांकि ये कब आएगी इसका अंदाजा नहीं लगाया जा सकता है. ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि जब दूसरी लहर के दौरान ही देश की स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खुल गई, तो तीसरी लहर का मुकाबला कैसे होगा.
4 लाख से ज्यादा केस, चार हजार के करीब मौतें
बता दें कि देश में गुरुवार को कोरोना के कुल 4.12 लाख केस दर्ज किए गए, जबकि करीब 4 हजार मौतें दर्ज की गई हैं. भारत में एक्टिव केस की संख्या भी तीस लाख से ऊपर बनी हुई है. महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु उन राज्यों में शामिल हैं, जहां सबसे अधिक केस दर्ज किए जा रहे हैं. दुनिया में इस वक्त हर रोज आने वाले नए मामलों में भारत का नाम ही सबसे ऊपर है.