लखनऊ: मैडम मना रही हैं छुट्टी, शिक्षण कार्य हो रहा प्रभावित
लखनऊ। बेसिक शिक्षा परिषद के सरकारी विद्यालयों के संचालन में प्रदेश सरकार हर दिन 120 करोड़ का बजट खर्च कर रही है, लेकिन बच्चे पढ़ाई करें ये शिक्षकों को मंजूर नहीं है। हालात ये हैं कि एक ही विद्यालय से तीन—तीन शिक्षक आकस्मिक अवकाश ले रहे हैं, और उसे मंजूर भी कर दिया जा रहा है। विद्यालयों में एक शिक्षक और एक शिक्षा मित्र के सहारे ही पढ़ाई हो रही है। मध्यान्ह भोजन से लेकर पुस्तक वितरण और डीबीटी कार्य में भी लापरवाही भी जारी है। इस बात की पुष्टि लखनऊ मंडल एडीबेसिक के निरीक्षण में हुई है। बीईओ और शिक्षकों के स्तर से हो लापरवाही का खामियाजा बच्चों को भुगतना पड़ रहा है।
केस—1 प्रथमिक विद्यालय सैदपुर महरी
काकोरी के इस विद्यालय में औचक निरीक्षण में पाया गया कि शिक्षिका रीति शुक्ला, शागुफ्ता सिद्दीकी, दीप्ति गुप्ता एक साथ आकस्मिक अवकाश पर है, बीईओ ने अवकाश की मंजूरी भी दे रखी है। वहीं एक शिक्षक और एक शिक्षा मित्र के सहारे पूरा विद्यालय कर दिया गया। बीईओ की इस लापरवाही का खामियाजा बच्चों को भुगतना पड़ा। वहीं बच्चों को माध्यन्ह भोजन प्रक्रिया के तहत फलों का वितरण भी नहीं किया गया है।
केस 2— डीबीटी फीडिंग में लापरवाही
काकोरी के संवलियन विद्यालय मुजफ्फर नगर में निरीक्षण के दौरान पाया गया, शिक्षिका किरन शुक्ला, कल्पना, नेहा यादव अवकाश पर हैं जबकि शिक्षक राजकुमार बीएलओ ड्यूटी पर हैं। वहीं वहीं कक्षा चार में किताबों का वितरण नहीं किया, डीबीटी फीडिंग का कार्य भी पूरा नहीं है।
केस 3— बच्चों को किताबें नहीं मिली कैसे करें पढ़ाई
उच्च प्राथमिक विद्यालय सैदपुर महरी का जब निरीक्षण किया गया, तो पता चला कि यहां कक्षा में भूगोल, पर्यावरण और कक्षा आठ में वर्तिका, इतिहास भूगोल, महान व्यक्तित्व की पुस्तके ही नहीं पहुंची हैं। वहीं मध्यान्ह भोजन में तहत फलो का वितरण यहां भी नहीं पाया गया। ऐसे में बीईओ और बीएसए को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है।
केस 4— एमडीएम पंजिका में मिली खामियां
काकोरी के प्राथमिक विद्यालय पलिया में निरीक्षण के दौरान पाया गया कि बच्चों को परोसे जाने वाले मध्यान्ह भोजन का विवरण ही पंजिका में नहीं चढ़ाया जा रहा है। फलों के वितरण में भी लापरवाही पकड़ी गयी। इस संबंध में प्रधानाध्यापक को सख्त चेतावनी जारी करते हुए बीएसए और बीईओ को नोटिस दी गयी है।
समय से नहीं पहुंचते शिक्षक, आनलाइन उपस्थिति जरूरी
बेसिक शिक्षा परिषद की ओर संचालित अधिकांश सरकारी विद्यालयों में समय से शिक्षक नहीं पहुंच रहे हैं। हालात ये हैं कि बच्चों की पढ़ाई लगातार प्रभावित हो रही है। इस संबंध में विभाग के अधिकारी भी मानते हैं कि शिक्षण कार्य में लगातार लापरवाही हो रही है, इसलिए आनलाइन उपस्थिति जरूरी है।
विद्यालयों में निरीक्षण के दौरान शिक्षकों की खामिया मिली हैं, इसके लिए बीएसए और बीईओ को नोटिस देकर जवाब मांगा है, उसके बाद आगे की कार्रवाई की जायेगी…पीएन सिंह एडीबेसिक लखनऊ मंडल।