सेवा की मानसिकता को जगाने की जरुरत : डॉ. मोहन भागवत

जयपुर। आरएसएस के सरसंघचालक डा. मोहनराव भागवत ने शुक्रवार को राष्ट्रीय सेवा भारती के तीसरे सेवा संगम का शुभारंभ किया। जयपुर के जामडोली में केशव विद्यापीठ में सात से नौ अप्रैल तक राष्ट्रीय सेवा भारती के तीसरे सेवा संगम चलेगा। जिसके उद्घाटन कार्यक्रम में डा. भागवत ने कहा कि सेवा की मानसिकता सब में होती है लेकिन उसे जगाने की जरुरत है। उन्होंने कहा कि प्रयास किये जा रहे हैं कि सेवा के जरिए समाज स्वस्थ्य हो जाए।

सरसंघचालक डा. मोहनराव भागवत ने पहले स्वस्थ्य होने की जरुरत बताते हुए कहा कि समाज में यदि कोई पीछे है तो यह अच्छी बात नहीं है। सबको समान और अपने जैसा मानकर ही समाज को आगे बढ़ाया जा सकता हैं और कमजोर को ताकत देनी है। उन्होंने संत समाज की तारीफ करते हुए कहा कि संत लोग अच्छा काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि समाज में घूमंतू लोगों ने भी देश की आजादी की लड़ाई लड़ी और वे कभी झुके नहीं। लेकिन विदेशी शासकों ने उन्हें अपराधी घोषित कर दिया। संघ की उन पर नजर पड़ी तो संघ ने वहां भी सेवा करना शुरू कर दिया।

संगम में संघ के सहकार्यवाह दत्तात्रेय होसबले, उद्योगपति अजय पीरामल, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सी पी जोशी, भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं उपनेता प्रतिपक्ष डा सतीश पूनियां , सांसद रामचरण बोहरा , दीया कुमारी, घनश्याम तिवारी सहित भाजपा के कई नेता मौजूद थे। संगम में सेवा संगम से जुड़े कामकाज की प्रदर्शनी का आयोजन भी किया गया है। यह सेवा संगम देश में तीसरी और राजस्थान में पहली बार आयोजित हो रहा है। हर पांच साल में राष्ट्रीय सेवा भारती की ओर से रार्ष्टीय सेवा संगम आयोजित किया जा रहा है और पहला सेवा संगम वर्ष 2010 में बेंगलूरु में जबकि दूसरा सेवा संगम वर्ष 2015 में नई दिल्ली में आयोजित किया गया था। तीसरा संगम इससे पहले वर्ष 2020 में होना था लेकिन वैश्विक महामारी कोरोना के चलते उस समय इसका आयोजन नहीं हो सका था।

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