Political Violence in Bangladesh: शेख हसीना समर्थकों और NCP कार्यकर्ताओं में झड़प, 4 की मौत
Political Violence in Bangladesh: बांग्लादेश के गोपालगंज में शेख हसीना की पार्टी ‘आवामी लीग’ और अंतरिम सरकार समर्थक ‘नेशनल सिटिज़न्स पार्टी’ (NCP) के छात्र संगठनों के बीच हिंसक झड़प हो गई। घटना के दौरान 4 लोगों की मौत हो गई, जबकि 9 लोग गोली लगने से घायल हुए हैं। हालात बेकाबू होने पर अंतरिम सरकार ने टैंक सड़कों पर उतार दिए और इलाके में कर्फ्यू लगा दिया गया है। सुरक्षा के लिए 200 बॉर्डर गार्ड जवान तैनात किए गए हैं।
कैसे भड़की हिंसा?
बताया गया कि NCP कार्यकर्ता गोपालगंज में एक रैली निकाल रहे थे, जिसमें शेख मुजीबुर्रहमान के खिलाफ नारेबाज़ी हुई। यह देखकर हसीना समर्थक बौखला गए और झड़प शुरू हो गई। पुलिस ने फायरिंग कर स्थिति नियंत्रित करने की कोशिश की, लेकिन तनाव और बढ़ गया। मृतकों में दीप्टो साहा (25), रमजान काजी (18), और सोहेल मोल्ला (41) की पहचान हुई है।
मोहम्मद यूनुस ने क्या कहा?
अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने इस घटना के लिए आवामी लीग को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, “छात्रों को शांतिपूर्ण रैली से रोकना मौलिक अधिकारों का हनन है। अपराधियों को सज़ा मिलनी चाहिए।” हालांकि, NCP की रैली का कोई पुख्ता वीडियो सामने नहीं आया है, जिससे घटनाक्रम पर सवाल भी उठ रहे हैं।
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पार्टी के पीछे की कहानी
NCP की स्थापना 28 फरवरी 2025 को नाहिद इस्लाम ने की थी। यह वही गुट है जिसने शेख हसीना को सत्ता से हटाने में भूमिका निभाई थी। पार्टी की मांग है कि बांग्लादेश में हसीना की पार्टी को कोई राजनीतिक मान्यता न दी जाए।