Uttarkashi cloud burst: धराली में खीर गंगा नदी का सैलाब, 70 लोग लापता
Uttarkashi cloud burst: जिले में जिला मुख्यालय से लगभग 70 किलोमीटर दूर धराली गांव के ऊपर खीर गंगा नदी के जलग्रहण क्षेत्र में मंगलवार दोपहर बादल फटने से भारी तबाही हुई। खीर गंगा नदी में आए सैलाब और मलबे की चपेट में आने से धराली का मुख्य बाजार पूरी तरह तबाह हो गया। इस हादसे में चार लोगों के मरने की पुष्टि हुई है, जबकि लगभग 70 लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं।
तबाही की वजह: नदी का कम जलग्रहण क्षेत्र और तेज ढाल
भूवैज्ञानिकों के अनुसार, खीर गंगा नदी का जलग्रहण क्षेत्र कम है और ढाल बहुत तेज है। बादल फटने के बाद यही कारण था कि मलबा और पानी इतनी तेजी से नीचे आया कि लोगों को संभलने का मौका ही नहीं मिला। नदी का स्पैन कम होने से पानी का वेग और भी बढ़ गया, जिसने विनाशकारी रूप ले लिया।
पहले भी हो चुकी है ऐसी घटना
यह पहली बार नहीं है कि खीर गंगा नदी में जलस्तर बढ़ने से नुकसान हुआ हो। वर्ष 2023 में भी नदी का जलस्तर बढ़ने से गंगोत्री हाईवे कई दिनों तक बंद रहा था और दुकानों-होटलों को नुकसान हुआ था। इसके अलावा 2017-18 में भी ऐसा ही हादसा हुआ था, जिसमें घरों और दुकानों में मलबा घुस गया था। इन घटनाओं के बावजूद स्थानीय प्रशासन और लोगों ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं किए।
कल्प केदार मंदिर भी मलबे में बहा
सैलाब के कारण धराली का प्रसिद्ध कल्प केदार मंदिर भी पूरी तरह मलबे में बह गया है। लगभग 30 होटल, दुकानें और घर मलबे में बहने की आशंका है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दोपहर करीब 1.50 बजे बादल फटने के बाद महज 20 सेकंड में पानी और मलबा मुख्य बाजार की ओर मुड़ गया, जिससे चीख-पुकार मच गई।
राहत और बचाव कार्य जारी
घटना की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, सेना और पुलिस की टीमें मौके पर पहुंचीं और बचाव कार्य शुरू किया। देर शाम तक 130 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा चुका था। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रभावितों की हरसंभव मदद के निर्देश दिए हैं।
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मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
मौसम विज्ञान केंद्र ने बुधवार को भी उत्तरकाशी सहित कई जिलों के लिए भारी से भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिससे बचाव कार्यों में बाधा आ सकती है। वायु सेना से दो एमआई और एक चिनूक हेलिकॉप्टर मांगे गए हैं, ताकि मौसम साफ होते ही राहत कार्य शुरू किए जा सकें।