TPS facility for Nepal: अमेरिका ने नेपाल का विशेष संरक्षित दर्जा किया समाप्त, 7000 नेपाली नागरिकों को देश छोड़ने का आदेश
TPS facility for Nepal: अमेरिका ने नेपाल को दिया गया टेंपररी प्रोटेक्टेड स्टेटस (TPS) यानी विशेष संरक्षित दर्जा समाप्त करने की घोषणा कर दी है। इस फैसले से अमेरिका में रह रहे 7,000 से अधिक नेपाली नागरिकों को देश छोड़ने के लिए कहा गया है।
शुक्रवार को फेडरल रजिस्टर में प्रकाशित अधिसूचना के अनुसार, अमेरिका के होमलैंड सिक्योरिटी विभाग की सेक्रेटरी क्रिस्टी नोएम ने बताया कि अब नेपाल TPS की आवश्यकताओं पर खरा नहीं उतरता है, इसलिए यह दर्जा समाप्त किया जा रहा है। यह सुविधा औपचारिक रूप से नोटिस के प्रकाशन के 60 दिन बाद, यानी 5 अगस्त 2025 की रात 11:59 बजे समाप्त हो जाएगी।
TPS के अंतर्गत नेपाल के नागरिकों को 2015 में आए विनाशकारी भूकंप के बाद अमेरिका में अस्थायी रूप से रहने की अनुमति दी गई थी। अब यह निर्णय लिया गया है कि नेपाल में स्थितियां सामान्य हो चुकी हैं और इस दर्जे को जारी रखने की आवश्यकता नहीं है।
नागरिकों को लौटने की सलाह
होमलैंड सिक्योरिटी विभाग ने कहा है कि जिन नेपाली नागरिकों के पास अमेरिका में रहने के लिए कोई वैध आव्रजन दस्तावेज या कानूनी आधार नहीं है, उन्हें तुरंत वापसी की तैयारी शुरू कर देनी चाहिए। अमेरिका छोड़ने के इच्छुक व्यक्ति CBP One मोबाइल ऐप के माध्यम से अपने प्रस्थान को सरल और संगठित बना सकते हैं।
डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों का प्रभाव
पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन में शुरू हुई कड़ी आव्रजन नीति की वापसी के साथ, अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे नेपाली नागरिकों के खिलाफ कार्रवाई तेज हुई है। हाल ही में एक हजार से अधिक नेपाली नागरिकों को अमेरिका से डिपोर्ट किया जा चुका है।
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यह फैसला न केवल प्रभावित नागरिकों के लिए चुनौतीपूर्ण है, बल्कि नेपाल-अमेरिका द्विपक्षीय संबंधों के संदर्भ में भी एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम माना जा रहा है।