हेमंत सोरेन बोले- नौकरियों वाला होगा यह साल, मूलवासियों को रोजगार देने के लिए बना रहे नियम
दुमका। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रोजगार के मौके सृजित करने को लेकर बड़ा ऐलान किया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि 2021 नौकरियों का साल होगा. उन्होंने आगे कहा कि उनकी सरकार झारखंड के हितों को ध्यान में रखते हुए रोज नए कानून बना रही है. प्रदेश के मूलवासियों को कैसे रोजगार मिले, इसके लिए उनकी भाषा और रीति-रिवाजों के आधार पर नियम बनाए जा रहे हैं.
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि उनकी सरकार का हर फैसला मूलवासियों, आदिवासियों, ओबीसी, किसानों और बेरोजगारों के हितों को देखते हुए हो रहा है. झारखंड के मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि पूर्ववर्ती सरकार 5 साल में झारखंड लोकसेवा आयोग (JPSC) की एक भी परीक्षा नहीं ले सकी थी. उनकी सरकार ने 19 सितंबर को जेपीएससी की परीक्षा का आयोजन करवाया.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सोना-सोबरन साड़ी, धोती-लुंगी वितरण योजना को फिर से शुरू किया. उन्होंने कहा कि वह जब वर्ष 2014 में मुख्यमंत्री बने थे तब इस योजना की शुरुआत की थी, लेकिन गरीबों की इस योजना को पूर्ववर्ती सरकार ने बंद कर दिया था. बता दें कि इस योजना के तहत गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवारों को साल में दो बाद महज 10 रुपये में साड़ी और धोती या लुंगी मुहैया करवाएगी. इसका वितरण PDS दुकानों के जरिये करवाया जाएगा. इससे 58 लाख परिवारों के लाभान्वित होने का अनुमान है. झारखंड सरकार इस योजना पर 500 करोड़ रुपये खर्च करेगी.
झारखंड के सीएम ने नाम लिए बगैर पूर्व की भाजपा सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि झारखंड पर 20 साल तक बाहरी मानसिकता वाले लोगों ने शासन किया. इस दौरान उन्होंने मूलवासियों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया. उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ लोग एक बड़ी साजिश के तहत मूलवासियों को नौकरियों में न आने देने की फिराक में थे. इसके तहत गलत नियमावली बनाकर बाहरी राज्यों के लोगों को नौकरियों में बहाल कर रहे थे. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ऐसे मंसूबों का सफाया कर रही है और मूलवासियों को उनका हक दिलाने की कोशिश कर रही है.