राजौरी में अमित शाह बोले- 70 सालों तक तीन परिवारों ने जम्मू-कश्मीर पर राज किया

जम्मू (जम्मू और कश्मीर) : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार सुबह कटरा में श्री माता वैष्णो देवी मंदिर में पूजा-अर्चना की. गृह मंत्री सांझीछत हेलीपैड के रास्ते कटरा मंदिर पहुंचे. उनके साथ जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह भी थे. इसके बाद शाह राजोरी पहुंचे. जहां केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राजौरी में एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय का शिलान्यास किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में आज की ये रैली, मोदी..मोदी के नारे उन लोगों के लिए जवाब है, जो कहते थे कि अनुच्छेद 370 हटेगा तो आग लग जाएगी और खून की नदियां बह जाएंगी.
उन्होंने कहा कि आज नवरात्रि का अंतिम दिन है. माता वैष्णो देवी जी के दर्शन करके खुशहाल कश्मीर का आशीर्वाद मांग कर यहां आया हूं. 70 वर्ष तक जम्मू-कश्मीर पर तीन परिवारों ने राज किया, लोकतंत्र सिर्फ अपने परिवारों में बना दिया था. आप सभी को कभी भी ग्राम पंचायत, तहसील पंचायत, जिला पंचायत का अधिकार मिला था क्या? तीन परिवारों ने लोकतंत्र का, जम्हूरियत का मतलब सिर्फ पीढ़ियों तक शाासन करना निकाल दिया था. उन्होंने कहा कि देश में सरकार बदली, 2014 से नरेन्द्र मोदी जी प्रधानमंत्री बनें, तब मोदी जी ने सबसे पहले जम्मू-कश्मीर में पंचायत के चुनाव कराए. पहले जो सिर्फ तीन परिवार के पास था, आज 30 हजार के पास जम्मू-कश्मीर का शासन आया है. उन्होंने कहा कि गृह मंत्री ने कहा कि जनवरी से लेकर अब तक 1 करोड़ 62 लाख पर्यटक जम्मू कश्मीर आए हैं. 4766 आतंकी घटनाएं अनुच्छेद 370 हटने से पहले का आंकड़ा है. 2019 के बाद से 2022 तक 721 आतंकी घटनाएं हुई हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युवाओं के हाथ से पत्थर लेकर लैपटॉप थमाने का काम किया है.
मालूम हो कि जम्मू और राजौरी के विशिष्ट क्षेत्रों में इंटरनेट सेवाओं को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया है. केंद्रीय गृह मंत्री के रूप में नियुक्त होने के बाद शाह की पवित्र गुफा मंदिर की यह पहली यात्रा है. आज अमित शाह बाद में राजौरी में एक जनसभा को संबोधित करने वाले हैं, जो वैष्णो देवी मंदिर से लगभग डेढ़ घंटे की दूरी पर है. शाह विकास परियोजनाओं का शुभारंभ करेंगे और जम्मू में कन्वेंशन सेंटर में विभिन्न परियोजनाओं की आधारशिला भी रखेंगे. वह जम्मू के रघुनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे. वह कश्मीर घाटी जाने से पहले यहां विभिन्न विकास परियोजनाओं का भी निरीक्षण करेंगे. बाद में शाम को, गृह मंत्री क्षेत्र में सुरक्षा स्थिति के संबंध में कई महत्वपूर्ण बैठकें करेंगे.
बुधवार (5 अक्टूबर) को शाह श्रीनगर के राजभवन में होने वाली बैठक में जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करेंगे. एलजी मनोज सिन्हा, सेना, अर्धसैनिक बलों, राज्य पुलिस और नागरिक प्रशासन के शीर्ष अधिकारी बुधवार को सुबह 10 बजे शुरू होने वाली इस उच्च स्तरीय बैठक में हिस्सा लेंगे. मंत्री बाद में यहां बारामूला में लगभग 11.30 बजे एक जनसभा को संबोधित करेंगे और सभा को संबोधित करेंगे. केंद्र शासित प्रदेश की अपनी यात्रा को समाप्त करने से पहले, शाह दोपहर करीब साढ़े तीन बजे श्रीनगर में विभिन्न विकास परियोजनाओं का शुभारंभ और शिलान्यास भी करेंगे.
उनकी घाटी की यात्रा के दौरान विभिन्न कार्यक्रम होने वाले हैं, जिनमें बकरवाल और गुर्जर जैसे समुदायों द्वारा मोदी सरकार की ओर से इन समुदायों के कल्याण के लिए काम करने के लिए शाह को सम्मानित करने के लिए आयोजित किया जाएगा. मोदी सरकार ने हाल ही में एक आश्चर्यजनक कदम उठाते हुए गुलाम अली को राज्यसभा के लिए नामित किया है. अली 2008 में भाजपा में शामिल हुए और गुर्जर जनजाति से हैं. राज्य कोर ग्रुप की बैठक और पार्टी सांसदों और विधायकों के साथ बैठक सहित कई संगठनात्मक बैठकें भी होनी हैं. अगस्त 2019 में मोदी सरकार द्वारा अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के बाद से अमित शाह की जम्मू-कश्मीर की यह दूसरी यात्रा है. इस बीच शाह ने सोमवार को गुर्जर-बकरवाल, राजपूत, पहाड़ी और जम्मू सिख समुदाय समेत विभिन्न समुदायों के लोगों से मुलाकात की.

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