उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कम्बोडिया के प्रधानमंत्री से मिलकर द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की
नोम पेन्ह : उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कम्बोडिया के प्रधानमंत्री हुन सेन से शनिवार को मुलाकत करके मानव संसाधन, बारूदी सुरंगों को हटाने और विकास परियोजनाओं सहित अन्य क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों को और बेहतर बनाने पर चर्चा की. आसियान-भारत सम्मेलन से इतर दोनों देशों ने संस्कृति, वन्यजीव और स्वास्थ्य के क्षेत्र में चार समझौतों पर हस्ताक्षर किये. सम्मेलन को संबोधित करते हुए धनखड़ ने कहा कि उन्होंने आसियान सम्मेलन के सफल अध्यक्षता के लिए कम्बोडिया के प्रधानमंत्री को बधाई दी.
दोनों देशों के बीच जिन चार समझौतों पर हस्ताक्षर किये गए हैं उनमें स्वास्थ्य एवं औषधि के क्षेत्र में सहयोग, जैवविविधता संरक्षण और सतत वन्यजीव प्रबंधन शामिल है. इसके तहत कम्बोडिया में फिर से बाघों को बसाने की परियोजना भी शामिल है. आईआईटी जोधपुर और कम्बोडिया के इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के बीच अनुसंधान, विकास और सांस्कृतिक विरासत के डिजिटल दस्तावेजीकरण में तकनीक के उपयोग के क्षेत्र में समझौता हुआ.
कम्बोडिया के सिएम रीप स्थित वाट राजा बो पैगोड की पेंटिंग के संरक्षण और देखभाल (जिसमें उनकी मरम्मत भी शामिल है) के लिए वित्तपोषण संबंधी समझौता भी हुआ. इस साल आसियान-भारत संबंधों के 30 साल पूरे हो गए हैं और 2022 को आसियान-भारत मित्रता वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है.
आसियान-भारत व्यापक सामरिक साझेदारी पर संयुक्त वक्तव्य में कहा गया कि अंतरराष्ट्रीय आर्थिक अपराधों और मनी लॉन्ड्रिंग, साइबर अपराध, ड्रग्स और मानव तस्करी, और हथियारों की तस्करी सहित आतंकवाद और अंतरराष्ट्रीय अपराधों के खिलाफ सहयोग बढ़ाने पर काम किया जायेगा. साथ ही हिंद-प्रशांत महासागर क्षेत्र में शांति, स्थिरता, समुद्री सुरक्षा और सुरक्षा को बनाए रखने और बढ़ावा देने, नेविगेशन और ओवरफ्लाइट की स्वतंत्रता और विवादों के शांतिपूर्ण समाधान को बढ़ावा देने के महत्व की पुन: पुष्टि करने की भी घोषणा की गई.