भारत में कोरोना टीकाकरण का ग्राफ गिरना चिंताजनक, लगातार 5वें दिन 15 लाख से कम लगे टीके
नई दिल्ली। देश में कोरोना वैक्सीनेशन की रफ्तार का लगातार घटना चिंताजनक है. कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए वैक्सीनेशन ही सबसे बड़ा हथियार है. लेकिन वैक्सीन की कमी की वजह से वैक्सीनेशन का ग्राफ काफी गिर गया है. इस हफ्ते सोमवार से लगातार 5वें दिन 15 लाख से कम वैक्सीन की डोज दी गई.
सोमवार को करीब 13 लाख डोज, मंगलवार को 12 लाख, बुधवार को 11.66 लाख, गुरुवार को 14.82 लाख और शुक्रवार को 15.58 वैक्सीन की डोज दी गई. 15 मई से 21 मई के बीच कुल एक हफ्ते में 78 लाख डोज दी गई. जबकि इससे पिछले हफ्ते में एक करोड़ 28 लाख डोज दी गई थी. इससे पिछले हफ्ते भी लगभग इतनी ही एक करोड़ 21 लाख डोज लगी थी. 3 अप्रैल से 9 अप्रैल के बीच सबसे ज्यादा दो करोड़ 47 लाख टीके लगे.
21 मई तक देशभर में 19 करोड़ 33 लाख वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है. इनमें से 15 करोड़ 5 लाख लोगों को पहली डोज दी गई है जबकि 4 करोड़ 28 लाख दूसरी डोज दी गई है. देश में केवल छह राज्य ऐसे हैं जहां एक करोड़ से ज्यादा डोज दी गई है. ये राज्य हैं- गुजरात, कर्नाटक, महाराष्ट्र, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल. महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा दो करोड़ से ज्यादा डोज दी जा चुकी है.
इस साल के अंत तक सभी वयस्कों को लग पाएगी वैक्सीन?
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन का दावा है कि भारत साल 2021 के अंत तक देश के सभी वयस्क लोगों का टीकाकरण करने की स्थिति में होगा. मंत्री ने कहा, भारत अगस्त और दिसंबर 2021 के बीच टीकों की 216 करोड़ खुराक खरीदेगा, जबकि इस साल जुलाई तक 51 करोड़ खुराक खरीदी जाएंगी.
हर्षवर्धन ने कहा कि सरकार देश में टीकों की उपलब्धता बढ़ाने के लिए टीकों का उत्पादन बढ़ाने को प्रोत्साहन दे रही है और इस साल के अंत तक देश कम से कम अपने सभी वयस्क लोगों का टीकाकरण करने की स्थिति में होगा. उन्होंने इस आशंका का जिक्र किया कि वायरस भविष्य में स्वरूप बदल सकता है और बच्चों के लिए खतरनाक हो सकता है.