झारखंड: सोनिया गांधी ने भेजा न्योता, विपक्ष को एकजुट करने वाली बैठक अटेंड करेंगे CM हेमंत सोरेन!

रांची। कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने समान नज़रिये वाले विपक्ष को एकजुट करने के लिहाज़ से 20 अगस्त को जो बैठक रखी है, उसके लिए झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को न्योता दिया गया है. केंद्र में भाजपा सरकार के खिलाफ विपक्ष को एकजुट करने के मकसद से रखी गई इस बैठक में सोरेन को झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रमुख के तौर पर औपचारिक तौर पर बुलावा भेजा गया है. झामुमो से जुड़े सूत्रों के हवाले से खबरें कह रही हैं कि गांधी के इस न्यौते पर सोरेन बैठक में शिरकत करने दिल्ली जा सकते हैं.

साल 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए भाजपा के खिलाफ रणनीति बनाने के लिहाज़ से कई विपक्षी पार्टियों को लामबंद करने के लिहाज़ से यह बैठक रखी गई है. टीओआई की एक रिपोर्ट की मानें तो झामुमो के एक पदाधिकारी के मुताबिक ‘आने वाले हफ्तों में झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन और अन्य राजनीतिक दलों के बीच कई राउंड की बातचीत हो सकती है.’ इस बैठक में पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन और महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे के भी शामिल होने की उम्मीद है.

एकजुट विपक्ष के पैरोकार हैं सोरेन
पिछले साल अगस्त के महीने में भी सोनिया गांधी की वर्चुअल मीटिंग में सोरेन शामिल हुए थे. इस बार सोरेन कह चुके हैं, ‘देश और अर्थव्यवस्था सही स्थिति में नहीं है. विपक्ष को कमज़ोर नहीं होने देने के लिए सभी विपक्षी नेताओं को साथ आकर आवाज़ उठानी चाहिए.’ साथ ही, झामुमो के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्जी कह चुके हैं कि सोरेन पहले भी कई मौकों पर भजापा के खिलाफ विपक्ष के एकजुट होने की वकालत कर चुके हैं.

गौरतलब है कि इससे पहले सोरेन ने बंगाल चुनाव के समय ममता बनर्जी के सम​र्थन में प्रचार किया था. तब सोरेन ने शरद पंवार के हस्तक्षेप पर बनर्जी को समर्थन देते हुए झामुमो के प्रत्याशी को चुनाव मैदान से खींच लिया था. इसी महीने की शुरुआत में, एनसीपी के प्रमुख पवार ने सोरेन को उस गठबंधन के लिए आमंत्रित किया था, जो देश भर में विपक्ष का एक संयुक्त मोर्चा बनाने की कवायद माना जा रहा है.

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