अफगानिस्तान : एक और तालिबानी फरमान, अब महिलाओं के खाने पर भी पाबंदी
नई दिल्ली। अफगानिस्तान की सत्ता पर तालिबानी हुकूमत के काबिज होने के बाद पिछले एक साल में महिलाओं की स्थिति दिन-प्रतिदिन खराब होती चली जा रही है। देश में सोमवार को एक और तालिबानी फरमान जारी हुआ। जिसमें अफगानिस्तान के हेरात प्रांत में बगीचों या हरे-भरे स्थानों वाले रेस्तरां में परिवारों और महिलाओं के प्रवेश पर रोक लगा दी।
तालिबान सरकार की ओर से फरमान मौलवियों की तरफ से शिकायत किए जाने के बाद सुनाया गया। मौलवियों का कहना है कि ऐसी जगहों पर पुरुष और महिलाओं की भीड़ होने लगी है। अफगान अधिकारियों ने कहा कि हिजाब न पहनने और महिला-पुरुष के एक जगह पर होने की वजह से प्रतिबंध लगाए गए हैं। अब तक, प्रतिबंध केवल हेरात प्रांत में हरे-भरे स्थानों वाले रेस्तरां पर लागू है।
दरअसल, आउटडोर डाइनिंग प्रतिबंध केवल हेरात में ऐसे रेस्तरां पर है, जिनमें पुरुष भी जा सकते हैं। हालांकि हेरात में उप मंत्रालय और सदाचार निदेशालय के एक उप अधिकारी बाज मोहम्मद नजीर ने मीडिया रिपोर्टों का खंडन किया कि सभी रेस्तरां परिवारों और महिलाओं के लिए प्रतिबंधित नहीं थे। उनका कहन है कि यह केवल हरे-भरे क्षेत्रों वाले रेस्तरां पर लागू होता है, जैसे पार्क, जहां पुरुष और महिलाएं मिल सकते हैं।
मौलवियों और आम लोगों की बार-बार की शिकायतों के बाद हमने सीमा तय की और इन रेस्तरां में महिलाओं का प्रवेश बंद कर दिया।