National Animal Disease Control Programme-NADCP :जिलाधिकारी ने बहुउद्देशीय सचल वाहनों को हरी झंडी दिखाकर राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण कार्यक्रम का किया शुभारंभ

National Animal Disease Control Programme : राष्ट्रीय पशु रोग नियन्त्रण कार्यक्रम का शुभारम्भ जिलाधिकारी उमेश मिश्र ने शुक्रवार को प्रातः 10 बजे कलेक्ट्रेट परिसर से जनपद के समस्त बहुददेशीय पशु चिकित्सा सचल वाहनों को टीकाकरण टीम सहित हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया।
इस दौरान पशु चिकित्सा अधिकारी डा0 रविंद्र कुमार ने कहा कि राष्ट्रीय पशु रोग नियन्त्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत 15.12.2023 से खुरपका मुहं पका टीकाकरण अभियान तृत्तीय चरण जनपद में प्रारम्भ किया जा रहा है। इस कार्यक्रम अन्तर्गत जनपद में समस्त गोवंशीय पशु (165224) एवं महिषवंशीय पशु (170194) का टीकाकरण किया जाना है। (04 माह से छोटे एवं 08 माह से ऊपर गाभिन पशुओं को छोड़कर)। उन्होंने बताया कि खुरपका- मुहंपका एक विषाणु जनित संक्रामक रोग है। जिसके संक्रमण में आ जाने के उपरान्त पशु को तेज बुखार आता है। मुहं से लार गिरती है। मुहं एवं पैरो में छाले पड़ जाते हैं,पशु चारा खाना छोड़ देता है। दुग्ध उत्पादन घटते घटते शून्य हो जाता है।
National Animal Disease Control Programme
गाभिन पशु बच्चा गिरा देती है और अगर सही समय पर उपयुक्त इलाज नही दिया गया तो पशु की मौत भी हो जाती है।इस रोग से विदेशी नस्ल की गाय ज्यादा प्रभावित होती हैं। उन्होंने कहा कि इस रोग से बचाव हेतु टीकाकरण मात्र एक रास्ता है। राष्ट्रीय पशु रोग नियन्त्रण कार्यक्रम जो केन्द्र सरकार द्वारा पोषित है एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित है, में समस्त पशुपालकों के द्वार पर उनके पशुओं में निःशुल्क टीकाकरण किया जाता है।इस कार्यक्रम में टीकाकरण से पूर्व कान में छल्ला लगवाना अनिवार्य है। टीकाकरण उपरान्त टीम द्वारा आपके पशुओं में किये गये टीकाकरण को भारत पशुधन ऐप पोर्टल पर अपलोड किया जाना है। जिसके उपरान्त ही टीकाकरण कर्मी को उसके मानदेय दिये जाने का प्राविधान है।
जिलाधिकारी ने सभी पशुपालकों से अनुरोध किया है कि पशुपालन विभाग द्वारा चलाये जा रहे इस पुनीत अभियान के अन्तर्गत (जो 45 दिनों तक चलेगा के दौरान) टीकाकर्मियों का सहयोग करते हुए अपने  पशुओं को टीका लगवायें एवं टीकाकरण कार्य से पूर्व ईयर टैग (छल्ला) अवश्य लगवायें, साथ ही साथ अपने गाँव में टीकाकरण की तारीख जानने हेतु अपने ग्राम प्रधान अथवा विकास खंड पर स्थित पशु चिकित्सा अधिकारियों से सम्पर्क करें। इस अवसर पर बीएसए राम जियावन मौर्य, चिकित्सा अधिकारी व पशुपालन विभाग के अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित रहे।

Related Articles

Back to top button