West Bengal -सात जीती सीटों पर अभी भाजपा प्रत्याशियों के नामों का इंतजार, राज्य से कोई अल्पसंख्यक चेहरा नहींं
West Bengal -भाजपा ने अपनी पहली सूची में पश्चिम बंगाल में पिछली बार जीती 18 सीटों में से सात पर प्रत्याशियों के नामों की घोषणा नहीं की है। इनमें दो पूर्व और एक वर्तमान केंद्रीय मंत्री हैं। इस सूची को लेकर भाजपा में कई तरह की चर्चाएं शुरू हो गई हैं। पार्टी ने शनिवार को देशभर के 195 लोकसभा प्रत्याशियों की घोषणा की। इनमें बंगाल की 20 सीटें भी शामिल हैं। हालांकि, इनमें आसनसोल से घोषित उम्मीदवार पवन सिंह पहले ही अपना नाम वापस ले चुके हैं।
दार्जिलिंग से पिछली बार राजू बिष्ट ने जीत हासिल की थी। लेकिन पहली सूची में उनका नाम नहीं है। भाजपा सूत्रों की मानें तो यहां से केंद्रीय नेतृत्व पूर्व विदेश सचिव हर्षवर्द्धन श्रृंगला को उम्मीदवार बना सकती है और राजू को मणिपुर भेज सकती है। राजू मणिपुर के मूल निवासी हैं। हालांकि, अभी अगली सूची का इंतजार है। मुर्शिदाबाद से पिछली बार भाजपा ने हुमायूं कबीर को मैदान में उतारा था, लेकिन इस बार गौरी शंकर घोष को उम्मीदवार बनाया है। अलीपुरद्वार में भाजपा ने उम्मीदवार बदल दिया है। पिछले लोकसभा चुनाव में जॉन बारला इस सीट से जीते और केंद्रीय राज्य मंत्री बने थे।
ईसाई बरला बंगाल से भाजपा का एकमात्र अल्पसंख्यक चेहरा थे। इस बार उन्हें उम्मीदवार नहीं बनाया गया है। पार्टी के विधायक और जिला अध्यक्ष मनोज तिग्गा को प्रत्याशी बनाय गया है। अलीपुरद्वार और मुर्शिदाबाद के उम्मीदवारों को देखकर कई लोगों का सवाल है कि क्या भाजपा अल्पसंख्यकों को उम्मीदवार बनाएगी या नहीं। इसी तरह से जलपाईगुड़ी सीट से विजयी जयंत रॉय का नाम पहली सूची में नहीं है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और बंगाल से दो बार सांसद रहे एसएस अहलूवालालिया का नाम भी नहीं है। हालांकि बर्दवान-दुर्गापुर के लिए अभी घोषणा बाकी है।