Rajsthan- जोधपुर की भव्या गौड़ स्विट्जरलैंड के म्यूजियम प्रोजेक्ट में चयनित
Rajsthan- भारत के सांस्कृतिक वैभव और कला के प्रति यूरोपियन देशों में बढ़ते रुझान के चलते स्विट्जरलैंड के ज्यूरिख म्यूजियम में भारतीय क्राफ्ट को समर्पित शोध किया गया है। सूर्यनगरी जोधपुर की भव्या गौड़ का चयन इस प्रोजेक्ट के लिए किया गया है।
इस प्रोजेक्ट के प्रथम चरण में हिमाचल प्रदेश के हस्तशिल्प का अध्ययन कर उसे स्विट्जरलैंड में प्रदर्शित किया जाएगा। इस चयन के साथ भव्या ने देश की सांस्कृतिक विरासत सहेजने के लिए अध्ययन की ओर कदम बढ़ाया है। इससे पूर्व भव्या का चयन लंदन यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ ओरिएंटल एंड अफ्रीकन स्टडीज में क्यूरेटिंग द कल्चर पाठ्यक्रम के लिए हुआ है। इस मास्टर्स पाठ्यक्रम को विशेष योग्यता ग्रेड के साथ पूरा करने के दौरान उन्होंने सांस्कृतिक विरासत को सहेजने और उनके संरक्षण के बारे में अध्ययन और शोध किया।
भव्या ने अपनी आरंभिक शिक्षा दिल्ली पब्लिक स्कूल जोधपुर से करते हुए दिल्ली विश्वविद्यालय के मैत्रेयी कॉलेज से ग्रेजुएशन किया है। स्नातक पाठ्यक्रम करने के दौरान उन्होंने सह शैक्षणिक गतिविधियों को आगे बढ़ाते हुए पेंटिंग, ब्लॉगिंग और लघु फिल्म निर्माण के अलावा कॉलेज की कल्चरल सेक्रेट्री के रूप में भी अपनी प्रतिभा को सिद्ध किया। उन्होंने मेहरानगढ़ में पेंटिंग्स के डिजिटलाइजेशन पर भी इंटर्न के रूप में कार्य किया। मारवाड़ क्षेत्र से विश्व के प्रतिष्ठित म्यूजियम प्रोजेक्ट में चयनित होने वाली वह पहली विद्यार्थी है।