मुंबई: विजय माल्या का किंगफिशर हाउस 52.25 करोड़ रुपये में बिका, 9वें प्रयास में मिली सफलता
मुंबई। बैंकों का पैसा लेकर फरार भगोड़े कारोबारी विजय माल्या को ब्रिटेन के उच्च न्यायालय ने भी पिछले दिनों दिवालिया घोषित कर दिया है. इन सबके बीच मुंबई में स्थित विजय माल्या का किंगफिशर हाउस भी बेच दिया गया है. यह किंगफिशर हाउस कभी माल्या का किंगफिशर एयरलाइंस का मुख्यालय भी रहा है. इसे अब ऋण वसूली न्यायाधिकरण की ओर से 9वें प्रयास में 52.25 करोड़ रुपये में बेच दिया गया है.
किंगफिशर हाउस मुंबई के सेंटाक्रूज इलाके में मुंबई के अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के बगल में स्थित है. इसे संस्थापक के 135 करोड़ रुपये के आरक्षित मूल्य के लगभग एक तिहाई दाम पर बेचा गया है. जानकारी दी गई है कि इस किंगफिशर हाउस की असल कीमत करीब 150 करोड़ रुपये थी. इसे इससे पहले आठवीं बार 2019 में बेचने का प्रयास हुआ था. लेकिन तब भी इसे कोई खरीदार नहीं मिला था.
अब किंगफिशर हाउस को 9वें प्रयास में 52.25 करोड़ रुपये में बेचा जा सका है. यह भी बताया गया है कि विजय माल्या के इस हाउस को बेचने से जो पैसा मिल है, उसे उन बैंकों को दिया जाएगा, जिनसे माल्या ने कर्ज लिया था.
बता दें कि ब्रिटेन की एक अदालत ने विजय माल्या को हाल ही में दिवालिया घोषित किए जाने का आदेश जारी किया है. इससे भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की अगुवाई में भारतीय बैंकों के समूह के लिए बंद पड़ी एयरलाइन किंगफिशर के ऊपर बकाए कर्ज की वसूली को लेकर वैश्विक स्तर पर उसकी सम्पत्तियों की जब्ती की कार्रवाई कराने का रास्ता साफ हो गया है.
लंदन के हाई कोर्ट के उच्चतम न्यायालय प्रभाग के मुख्य ऋण शोधन और दिवाला तथा कंपनी मामलों के न्यायालय (आईसीसी) के न्यायाधीश माइकल ब्रिग्स ने मामले की ऑनलाइन सुनवाई के दौरान अपने फैसले में कहा था, ‘मैं डॉ माल्या को दिवालिया घोषित करता हूं.’ न्यायाधीश ने बचाव पक्ष की दलीलों का संदर्भ देते हुए कहा था, ‘मुझे यह तय करना है कि क्या याचिकर्ताओं के कर्ज उपयुक्त समयावधि में लौटाने की संभावना है….इस बात के अपर्याप्त साक्ष्य हैं कि वह पूरा कर्ज उपयुक्त समयावधि में लौटाएंगे.’