सीतापुर: शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए केजीएमयू के बाल रोग विभाग ने तैयार की ये खास योजना

सीतापुर। शरीर में ऑक्सीजन की कमी के चलते नवजात और बच्चों की होने वाली असमय मृत्यु को रोकने के लिए किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय-लखनऊ (केजीएमय) के बाल रोग विभाग और पाथ संस्था ने एक खास कार्य योजना तैयार की है। खुशी की बात यह है कि पॉयलट प्रोजेक्ट के रूप में प्रदेश के जिन तीन जिलों में इस योजना को लागू किया जा रहा है, उसमें सीतापुर जिले को भी शामिल किया गया है। इस योजना के शुरू होने के बाद जिले में शिशु मृत्यु दर और बाल मृत्यु दर में निश्चित रूप से कमी आएगी।

यह बात सीएमओ डॉ. मधु गैरोला ने बुधवार को शहर के एक निजी गेस्ट हाउस में सीएचसी अधीक्षकों के प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान कही। सीएमओ ने कहा कि शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए यह एक अभिनव पहल है। कोविड की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए इस कार्यक्रम का महत्व और भी बढ़ जाता है। केजीएमयू के बाल रोग विभाग के डॉ. दिवस कुमार ने बताया कि इस योजना का मुख्य उद्देश्य पांच साल तक की उम्र के बच्चों की मृत्यु दर में कमी लाना है।

उन्होंने बताया कि कई बार स्वास्थ्य केंद्रों पर आने वाले बीमार बच्चों को देखने से इस बात का पता नहीं लगाया जा सकता है कि उनके शरीर में ऑक्सीजन का लेवल क्या है, ऐसे में जरूरी है कि स्वास्थ्य केंद्रों तक आने वाले सभी बीमार बच्चों के स्वास्थ्य परीक्षण के दौरान उनके शरीर में ऑक्सीजन लेवल की जांच की जाए। पाथ संस्था के डॉ. शर्मा ने बताया कि सितंबर माह के अंत तक या फिर अक्टूबर माह के पहले सप्ताह तक जिले के सभी सीएचसी पर ऑक्सीमीटर उपलब्ध करा दिए जाएंगे। इसके साथ ही इस योजना का संचालन भी शुरू हो जाएगा।

उन्होंने बताया कि इससे पूर्व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर तैनात चिकित्सा अधीक्षकों और बाल रोग विशेषज्ञों के दूसरे चरण का प्रशिक्षण और फिर आशा और एएनएम का भी प्रशिक्षण कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम सीतापुर के अलावा उन्नाव और देवरिया जिलों में भी शुरू किया जा रहा है। कार्यक्रम को एसीएमओ डॉ. पीके सिंह और पाथ के कनिष्क गुप्ता ने भी संबोधित किया।

इस मौके पर एसीएमओ डॉ. एसके शाही, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक सुजीत वर्मा, डीसीपीएम रिजवान मलिक, डॉ. गौरव कुमार, कनिष्क गुप्ता सहित सभी सीएचसी के चिकित्सा अधीक्षक मौजूद रहे। कार्यक्रम के अंत में पाथ के जिला समन्वयक  देवेंद्र कुमार ने सभी आगंतुकों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए उन्हें धन्यवाद दिया।

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