11 चरणों की काउंसलिंग के बाद भी नहीं भरी पॉलीटेक्निक की सीटें, जानें क्यों?

लखनऊ। यूपी पॉलीटेक्निक संस्थानों में काउंसलिंग के 11 वें चरण के बाद भी सभी सीटें नहीं भरी जा सकी हैं। वहीं प्राविधिक शिक्षा परिषद अब प्रवेश में पारदर्शिता का हवाला दे रहा है। परिषद के अधिकारियों का कहना है कि पॉलीटेक्निक प्रवेश में पूरी तरह से पारदर्शिता अपनायी जा रही है, ऐसे में मेरिट के अनुसार छात्रों की संख्या नहीं बढ़ पा रही है।

इसी को देखते हुए आर्थिक रूप से कमजोर सवर्णो को 10 फीसद आरक्षण देने की प्राविधिक शिक्षा विभाग ने निर्णय लिया लेकिन फिर भी छात्रों ने रूचि नहीं दिखायी। हालांकि प्राविधिक शिक्षा परिषद के प्रस्ताव पर ही सवर्ण कोटे की सीटे भी बढ़ायी गयी थी, लेकिन कोई इसका लाभ नहीं मिला सका और आरक्षण कोटे की भी सीटें खाली रह गयी।

पांच दिनो का समय
अभी भी एक लाख से अधिक सीटों पर प्रवेश का इंतजार है। सरकारी संस्थानों में भी दो हजार से अधिक सीटों पर अभी प्रवेश होने हैं। 30 नवंबर तक प्रवेश प्रक्रिया समाप्त हो रही है। ऐसे में सीटों का भर पाना परिषद के सामने बड़ी चुनौती है।

पारदर्शी प्रवेश प्रक्रिया के चलते निजी संस्थान अपनी मनमानी नहीं कर सकें हैं यही कारण है कि सीटें नहीं भर पायी हैं…राम रतन, प्रभारी सचिव, संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद।

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