सरयू नहर परियोजना : 4 दशक से लटकी परियोजना को 4 साल में किया पूरा : सीएम योगी आदित्यानाथ

लखनऊ। पूर्वांचल की बहु प्रतीक्षित सरयू नहर परियोजना का 11 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बलरामपुर जिले में लोकार्पण करेंगे। लगभग 9802 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित सरयू नहर परियोजना का बलरामपुर के हसुंवाडोल गांव से लोकार्पण होगा। लोकार्पण कार्यक्रम स्थल को देखने बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बहराइच के गोपिया बैराज पंहुच कर निरीक्षण किया। इसके बाद वह श्रावस्ती में राप्ती बैराज निरीक्षण के लिए पहुंचे। यह परियोजना बहराइच जिले के कैलाशपुरी से शुरू होकर पूर्वांचल के नौ जिलों में फैली है।सरयू नहर परियोजना के अन्तर्गत बहराइच के मिहीपुरवा तहसील क्षेत्र के दो प्रमुख स्थानों कैलाशपुरी और गोपिया में बैराज बने हैं। नहर तथा बैराजों की वर्तमान स्थिति की जांच व तैयारियों का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अवलोकन किया। उनके साथ जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह भी थे। इस मौके पर जिलाधिकारी डा. दिनेश चंद्र, ब्लाक प्रमुख सौरभ वर्मा, विधायक प्रतिनिधि आलोक जिंदल, योगेशप्रताप सिंह आदि थे।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मौके पर चीफ डिफेंस स्टाफ जनरल विपिन रावत के निधन पर शोक जताया और देश की अपूर्णीय क्षति करार दिया। उन्होंने कहा कि मंत्रियों को मृत सैनिकों के आवास पर जाकर शोक जताने को कहा है। वह खुद भी जाएंगे। उन्होंने बताया कि कि 1972 में सरयू नहर परियोजना परियोजना बनी और कार्य लगभग 45 साल पहले 1978 में शुरू हुआ। राजनीतिक उठा-पटक और जनप्रतिनिधियों की उदासीनता के कारण यह परियोजना अधर में लटकी रही। वर्ष 2017 तक मात्र 52 प्रतिशत ही कार्य हुआ था। इसके बाद चार साल में 48 फीसदी कार्य पूर्ण कराया।

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