सरकार के आदेश पर ट्विटर का जवाब, कहा- 500 अकाउंट्स हमेशा के लिए किए बंद
नई दिल्ली। केंद्र की मोदी सरकार की चेतावनी का जवाब देते हुए माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर ने बुधवार को बताया कि उसने नियमों का उल्लंघन करने वाले करीब 500 अकाउंट हमेशा के लिए बंद कर दिया है। इसके साथ ही विवादित हैशटैग को लेकर भी कार्रवाई की गई है। भारत सरकार ने माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर को 1178 अकाउंट को बंद करने के लिए कहा था। सरकार का कहना था कि इन अकाउंट के पीछे खालिस्तान समर्थकों और पाकिस्तान का हाथ है। इसके साथ ही सरकार ने कहा था कि यह अकाउंट किसान आंदोलन के नाम पर गलत जानकारी फैला रहे हैं और भड़काऊ सामिग्री पोस्ट कर रहे हैं।
भारत सरकार के आदेश के बाद अब ट्विटर ने आज बयान जारी कर कहा कि उनसे इन अकाउंट में से कुछ को बंद किया है। 26 जनवरी के दिन ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा पर भी ट्विटर ने अपनी बात रखी है। ट्विटर की ओर से कहा गया कि 26 जनवरी पर दिल्ली में हिंसा के बाद नियमों का उल्लंघन करने वाली और माहौल बिगाड़ने वाले कंटेंट को हटाया गया। इसके साथ ही 500 अकाउंट हमेशा के लिए बंद किए गए। इसके साथ ही ट्विटर ने कहा कि उनसे किसी भी मीडिया संस्थान, पत्रकार, एक्टिविस्ट और नेता के खिलाफ अकाउंट पर कोई ऐक्शन नहीं लिया। यह ‘भारतीय कानून के तहत अभिव्यक्ति की आजादी’ के अंतर्गत उन्हें अपनी बात कहने का अधिकार है।
ट्विटर ने यह भी कहा कि सरकार के आदेश के बाद कुछ अकाउंट को बंद किया गया था। लेकिन बाद में पाया गया कि उनका कंटेंट भारतीय कानून के मुताबिक ही है, इसलिए उन्हें फिर से शुरू कर दिया गया। माइक्रो ब्लॉगिंग साइट का यह बयान उन आरोपों के बाद आया है जिनमें कहा गया था कि ट्विटर सरकार के आदेश को दबा कर बैठ गया है। और इस पर कोई ऐक्शन नहीं ले रहा है। बता दें कि इससे पहले भी सरकार ने ट्विटर को 250 अकाउंट की एक लिस्ट सौंपी थी। इस लिस्ट से ट्विटर ने उन अकाउंट को सिर्फ कुछ घंटों के लिए ही बंद किया था। सरकार की ओर से ट्विटर को कानूनी कार्रवाई की भी चेतावनी दी गई थी।