देश के लिए असली पनौती कौन राहुल या पीएम मोदी ?

राहुल गांधी के ‘पनौती’ वाले बयान पर सियासत तेज हो गई है. बीजेपी ने राहुल गांधी पर जमकर हमला बोला. बीजेपी प्रवक्ता अशोक पांडे ने कहा कि राहुल गांधी पार्टी और परिवार दोनों के लिए पनौती साबित हुए हैं.

उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने राजनीतिक तौर पर कांग्रेस को क्षति पहुंचाई है. परिवार में दादी और पिता की असमय मृत्यु भी हुई. इससे बड़ा प्रमाण क्या चाहिए कि असली पनौती कौन है.

राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव में ‘चौकीदार चोर है’ के नारे लगाए थे. इसके बाद न सिर्फ कांग्रेस की बुरी हार हुई थी बल्कि राहुल गांधी परंपरागत सीट अमेठी भी हार गए थे. अब बारी है पनौती की. निश्चित तौर पर आने वाले समय में उनके इस बयान का भी जनता पर काफी असर पड़ेगा. विधानसभा के साथ-साथ लोकसभा चुनाव में भी राहुल गांधी की फिर करारी हार होगी.

अब देश की जनता कह रही है कि अगर पीएम मोदी ‘पनौती’ हैं तो भारत को ‘पनौती’ प्रधानमंत्री को ही देनी चाहिए .

उन्होंने (राहुल गांधी) अपना असली रंग दिखा दिया है, लेकिन उन्हें याद रखना चाहिए कि उनकी मां सोनिया गांधी द्वारा गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री मोदी को ‘मौत का सौदागर’ कहे जाने के बाद कांग्रेस गुजरात में कैसे डूब गई थी।
रविशंकर प्रसाद, भाजपा नेता

वैसे भी इतिहास पलटकर देखें तो मोदी पर कांग्रेस की तरफ से किया गया ऐसा कॉमेंट खुद ग्रैंड ओल्ड पार्टी पर भारी पड़ता रहा है।

2017 का गुजरात विधानसभा चुनाव चल रहा था। इसी तरह कांग्रेस कैंप से मोदी के प्रधानमंत्री रहते और सीएम रहते कई टिप्पणियां की गई थीं, जो पार्टी के खिलाफ ही गईं।

पहले जान लीजिए कि पनौती का मतलब क्या होता है। पनौती किसी ऐसे व्यक्ति के लिए प्रयोग किया जाता है जिसके होने से ऐसा माना जाता है कि लोगों के लिए बुरी खबर या दुर्भाग्य आता है। कुछ लोग तो शनि की साढ़ेसाती और ढैया की तरह पनौती को मानते हैं। तमाम जगहों पर पनौती का शाब्दिक अर्थ मुसीबत या कठिनाई लिखा गया है।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक रैली के दौरान पीएम मोदी के लिए ‘पनौती’ शब्द का इस्तेमाल कर दिया जिसको लेकर उनकी खूब आलोचना हो रही है और सोशल मीडिया पर भी इसको लेकर बवाल मचा हुआ है।

अपार बहुमत वाली कांग्रेस किसके नेतृत्व में 44 व 52 सीट पर आई। देश की विवेकपूर्ण जनता अच्छी तरह से जानती है कि कौन अपनी पार्टी के लिए पनौती साबित हुआ !’

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