MP Assembly- रात 10 बजे तक चलती रही सदन की कार्यवाही, बजट पर चर्चा

MP Assembly: House proceedings continued till 10 pm

MP Assembly-ध्यप्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के चौथे दिन गुरुवार को रात 10 बजे तक सदन की कार्यवाही चलती रही। सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्यों ने बजट पर अपनी-अपनी बात रखी। इसके बाद सदन की कार्यवाही शुक्रवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।

बजट पर चर्चा के दौरान नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि बजट में ओबीसी के लिए कम राशि का प्रावधान क्यों किया गया। वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने कहा कि वित्त मंत्री के नाते मुझे यह कष्ट हुआ कि पूरे बजट को नहीं सुना गया। कम से कम आप बात को सुनते फिर आप अपनी बात कहते। बजट पर चर्चा के दौरान विपक्षी सदस्यों ने कई मुद्दों पर सरकार को घेरा। इस दौरान सदन में कई बार हंगामे की स्थिति भी बनी। कांग्रेस ने नर्सिंग घोटाला, महाकाल लोक में भ्रष्टाचार समेत कई मुद्दे उठाए। कांग्रेस विधायक महेश परमार ने कहा कि उज्जैन में सिंहस्थ के नाम पर बेशकीमती जमीन की बंदरबांट की जा रही हैं। उनके इस बयान पर सदन में जमकर हंगामा हुआ।
READ ALSO-IRCTC Stations-आरआरटीएस स्टेशनों पर मिलेगी फीडर बस, कैब और ऑटोरिक्शा के साथ दुपहिया वाहन व साइकिल
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले 8 हजार करोड़ की घोषणाएं की गई। काम आठ करोड़ का भी शुरू नहीं हुआ। सिंघार ने कहा कि मध्यप्रदेश में दूसरे राज्यों के मुकाबले पेट्रोल-डीजल सबसे ज्यादा महंगा है। बजट में इसकी कीमत घटाने को लेकर कोई प्रावधान नहीं किया गया। वित्त मंत्री देवड़ा ने कहा कि हम जिम्मेदारी से कह रहे हैं कि अगर विपक्ष के साथियों ने कुछ कहा है तो हम पूरा रिकॉर्ड निकलवा कर कमियों को ठीक करेंगे। यह हमारी नैतिक जिम्मेदारी है।

विधानसभा में उप नेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने कहा कि विधायक निधि 5 करोड़ रुपये की जाए। लाड़ली बहना योजना में तीन हजार रुपये देने की बात बीजेपी वाले कहते थे। चुनाव में तीन हजार की बात सुनते हुए कान से खून निकाल दिया। एमपी आधी आबादी से वादा खिलाफी धोखाधड़ी हुई है।

नेता प्रतिपक्ष सिंघार ने कहा कि लोकायुक्त के आठ प्रतिवेदन लंबित हैं। क्या सरकार भ्रष्टाचार को छिपाना चाहती है। सरकारी संपत्तियां बेची जा रही हैं। 500 करोड़ में जो संपत्ति बेची गई उसकी बाजार मूल्य पांच हजार करोड़ होगा। ये पैसा किसकी जेब मे जा रहा है। उन्होंने कहा कि मई 2022 में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भोपाल आए थे। उन्होंने ईदगाह हिल्स पर रेस्पिरेटरी इंस्टीट्यूट का भूमिपूजन किया था, लेकिन जहां इस सेंटर का भूमिपूजन कराया गया, वहां एयरपोर्ट अथॉरिटी और सेना ने परमिशन नहीं दी। वो काम शुरू नहीं हो पाया। राष्ट्रपति से ऐसी जगह का भूमिपूजन करा लिया जहां की परमिशन नहीं थी।
READ ALSO-Hathras Satsang Stampede: -हाथरस मामले पर भोले बाबा का केस लड़ेंगे वकील एपी सिंह!
वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने कहा कि आप सरकार में बैठे, लेकिन आपने कभी गरीब बहन-बेटी की शादी की चिंता नहीं की। हमने लाड़ली लक्ष्मी योजना बनाई। लाड़ली बहना योजना बनाई। अपने बार-बार कहा कि 3 हजार रुपए कब देंगे। संकल्प पत्र 5 साल का है। मैं डंके की चोट पर कह रहा हूं कि मोहन यादव की सरकार ने जो वादे किए उनको 100% हम पूरा करेंगे। जितनी योजनाएं चल रही है, हम उनको एक को भी बंद नहीं करेंगे। यह बंद करने का काम आपने किया है।

वित्त मंत्री के बयान पर कांग्रेस विधायकों ने विरोध किया। जिस पर अध्यक्ष ने कांग्रेस विधायक ओमकार सिंह मरकाम को टोकते हुए कहा- इस तरह बीच-बीच में बोलना ठीक नहीं है। आप लोगों को पर्याप्त समय मिल चुका है। वित्त मंत्री के भाषण के बीच में कांग्रेस विधायक फूल सिंह बरैया, अभय मिश्रा ने टोकाटाकी की तो अध्यक्ष ने नेता प्रतिपक्ष से हस्तक्षेप करने को कहा।

Related Articles

Back to top button