Kangana makes controversial: कंगना का बयान बना Controversial, एक बार फिर कृषि कानून वाले मुद्दे को छेड़ा

Kangana makes controversial: आपने अपने घर में एक ऐसा बच्चा जरूर देखा होगा जिसे चाहे जितना मना करो कि ये काम नहीं करना है पर उसकी जिद ऐसी होती है कि वो वही काम करेगा। अब ये बात बस बच्चो तक सीमित नहीं कुछ लोग बड़े होने के बाद भी ऐसे ही रहती है, अब आप शायद समझ गए होंगे कि मै किसकी बात कर रही हूँ। हाँ सही सोचा आपने वो बच्चा कंगना रनौत ही है…..सॉरी, सॉरी, सॉरी कंगना बच्चा नहीं है वो तो बड़ी हो गई है, और इतनी बड़ी कि अब हिमांचल प्रदेश के मंडी से बीजेपी की सांसद भी है, और तो और वो पहले से ही एक बड़ी अदकारा के रूप में खुद को साबित भी कर चुकी है। पर इतना सब हो जाने के बाद भी शायद दिल अभी भी बच्चा है उनका…बिलकुल उस गाने की तरह।

बीते 25 सितम्बर को कंगना रनौत ने एक इंटरव्यू के दौरान अब तक बीजेपी की सबसे बड़ी कमजोरी साबित हुए कृषि कानून वाले मुद्दे को छेड़ दिया, कंगना ने कहा कि मुझे लगता है कि किसानो के हितकारी कानून वापस आने चाहिए।और किसानो को खुद इसकी डिमांड करनी चाहिए। हालाँकि कंगना ने वीडियो में ये भी कहा कि हो सकता है ये कंट्रोवर्सिअल हो जाये, मतलब उन्हें इतनी समझ तो है कि वो जो बोल रही है वो विवादस्पद है फिर भी उस पर चर्चा क्यों कर रही हैं इसका पता तो ऊपर वाले ही लगा सकते है। ऊपर वाले के मायने अपनी सहूलियत के हिसाब से मत लगाइएगा, यहाँ ऊपर वाले मेरा मतलब भगवान् है।

कंगना के इस बयान के बाद विपक्ष एक्टिव हो गया, कंगना के जरिये विपक्ष बीजेपी पर निशाना साधने का मौका मिल गया। ऑपोजीशन के लिए ये बयान तो जैसे मरती मछली के लिए पानी से भरा तालाब था। भाई अब हरियाणा में चुनाव हो और रूलिंग पार्टी का कोई मेंबर ऐसा बयान देदे तो विपक्ष उस मुद्दे को भुनाने में पीछे कहा रहेगा। आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने रोहतक में एक जनसभा के दौरान कहा कि अब खतरे की घंटी बज रही है, बीजेपी की एक बड़ी नेता ने किसान कानूनों को लागू करने की मांग की है.

भले ही पार्टी कंगना के बयान पर स्टैंड न ले पर ऑफिसियली वो है तो बीजेपी की ही सांसद….अब ऐसे में विपक्ष कंगना के जरिये बीजेपी पर सवाल तो खड़ा करेगी ही, कोंग्रेस नेता राहुल गाँधी ने भी इस पर एक बयान जारी किया.

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सर्वे और आंकड़ों की बात करें तो हरियाणा चुनाव में बीजेपी की हालत पहले से ही पतली दिख रही है ऐसे में कंगना का ये बयान आग में घी का काम कर रहा है। ये पहली बार नहीं है जब उन्होंने कोई कंट्रोवर्सिअल स्टटमेंट दिया हो, वो पहले भी अपने कुछ बयानों को लेकर सुर्ख़ियों में रही है, चाहे वो महात्मा गाँधी को लेकर दिया स्टेटमेंट हो या 2014 में मिली आज़ादी वाली बात…. कंगना ने पहले भी इमरजेंसी मूवी के प्रमोशन के दौरान किसान आंदोलन से जुड़े मुद्दों पर बात की थी और उस समय भी भी बीजेपी ने उनके बयान से पल्ला झाड़ लिया था। पर कंगना का दिल है कि मानता नहीं… अब कंगना को पार्टी से इतर ऐसे बयान देने के लिए कोई उकसाता है या उनकी समझदारी में कोई दिक्कत है ये समझ पाना मुश्किल है। बाकि हरियाणा में इस मुद्दे को जमकर भुनाने की कोशिश की जारी रही है दीपेंद्र हुड्डा से लेकर केजरीवाल, और खुद राहुल गाँधी भी अब इस मुद्दे को उठा रहे है। ऐसे में बीजेपी कैसे इस बयान पर सफाई पेश करती है ये देखने लायक होगा।

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