Punjab: आखिर कौन बनेगा बीजेपी हरियाणा में मुख्यमंत्री ?

Punjab: जैसे जैसे EVM का पिटारा खुल रहा है….वैसे वैसे BJP हरियाणा में सारे चाणक्यो को धूल चटाती दिख रही है….कल तक सारे एग्जिट पोल हरियाणा में कंग्रेस को झोली भर भर के सीटे दे रही थी….मगर आज जब EVM खुली तो नतीजे किसी और तरफ ही इशारा कर रहे है…बीजेपी की बढ़त राजनितिक पंडितो की सियासी गणित को भी गलत बता रही है मायने हरियाणा में बीजेपी हैट्रिक की ओर बढ़ रही है… कांग्रेस की ख़ुशी चंद पल की थी….हरियाणा की 10 सीटों में से बीजेपी को बहुमत की सरकार बनाने के लिए 46 सीटे चाहिए…मगर रुझान बीजेपी को 50 सीटें दे रहे है….यानि कांग्रेस…बीजेपी का रास्ता नहीं काट पा रही….विरोधी चित्त है…. और बीजेपी हरियाणा में कौन बनेगा मुख्यमंत्री के सवाल का जवाब बन गई है….

बीजेपी उम्मीदवार योगेश कुमार भी ओलम्पियन विनेश फोगाट को जुलाना से कड़ी टक्कर दे रहे है…..बीजेपी को लेकर जो एंटी इंकम्बेंसी की बाते चल रही थी…वोटरों के रुझान बता रहे है कि उसका कोई असर चुनाव में तो देखने को नहीं मिला…बीजेपी का आरक्षण का कार्ड भी काम कर गया है…. हरियाणा में लंबे समय से नौकरियों में आरक्षण देने के लिए एससी-एसटी वर्ग को सब कैटेगरी में रिजर्वेशन दिए जाने की मांग पर चुनाव से पहले लगी मुहर असर दिखा रही है…कांग्रेस की 7 गारंटी के मुकाबले बीजेपी के 20 संकल्प कारगार साबित हुए….हरियाणा सरकार ने जो अपने संकल्प पत्र में 20 वादे किए…. उस पर भी जनता जनार्दन ने उन्हें विधानसभा तक पहुंचाने का काम किया…बीजेपी ने अग्निवीर को सरकारी नौकरी की गारंटी दी, महिलाओं को ₹2100 महीने का वायदा किया, जो कांग्रेस से 100 रुपए ज्यादा का वायदा है। अब हरियाणा की जनता है भी थोड़ा ज्यादा समझदार… हो सकता है 100 रु का भी फैक्टर काम आ गया हो।

एमएसपी पर 24 फसलें खरीदने का वादा भी नाराज किसानो को राहत दे गया… बीजेपी का BOD फार्मूला भी वर्क कर गया….यानि बीजेपी ब्रह्मण-ओबीसी और दलित तीनों को साधने में सफल रही….इधर कांग्रेस विनेश फोगाट के नाम पर इमोशनल कार्ड खेलती रही उधर बीजेपी ने महावीर फोगाट और बबिता फोगाट के सहारे इसकी भी काट ढूंढ ली…..

Punjab: also read- Rajasthan: टूरिस्ट बस टोल के पास खड़े ट्रक से टकराई, एक की मौत, 13 घायल

अब बात कांग्रेस की जिसे एग्जिट पोल बढ़त दिखाते रहे…आखिर उससे कहा चूक हो गई…दरअसल कांग्रेस ओवर कॉन्फिडेंस में चूर बीजेपी को कमजोर और खुद को मजबूत दिखाने की सियासत करती दिखी…जिसने बीजेपी के खिलाफ माहौल में इजाफा तो नहीं किया उल्टा कांग्रेस का ये दांव बैकफायर कर गया…कांग्रेस सिर्फ मंच पर हुंकार भरती रही…मगर वोटरों का मन नहीं टटोल सकी…जिसका खामियाजा अब कांग्रेस उठा रही है…

Related Articles

Back to top button