युवा शिविर’ में बोले पीएम मोदी- भारत दुनिया की नई उम्मीद
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से वडोदरा के करेलीबाग में आयोजित किए जा रहे ‘युवा शिविर’ को संबोधित किया. श्री स्वामीनारायण मंदिर, कुंडलधाम और श्री स्वामीनारायण मंदिर द्वारा इस शिविर का आयोजन किया गया. पीएम मोदी ने कहा कि हमारे संतों और हमारे शास्त्रों ने हमें सिखाया है कि किसी भी समाज का निर्माण, समाज की हर पीढ़ी में निरंतर चरित्र निर्माण से होता है. उसकी सभ्यता, परंपरा, उसके आचार-विचार-व्यवहार एक प्रकार से हमारी सांस्कृतिक विरासत की संवृद्धि से होता है.
उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि मेरे युवा साथी जब इस शिविर से जाएंगे तो वो अपने भीतर एक नई ऊर्जा महसूस करेंगे, एक नई स्वष्टता और नव चेतना का संचार अनुभव करेंगे. मैं आप सभी को इस नव आरंभ, नव प्रस्थान, नव संकल्प के लिए बहुत-बहुत शुभमानाएं देता हूं. पीएम ने कहा कि ये आयोजन ऐसे समय में हो रहा है जब देश अपनी आज़ादी का अमृत महोत्सव मना रहा है. आज हम नए भारत के निर्माण के लिए सामूहिक संकल्प ले रहे हैं, प्रयास कर रहे हैं. एक ऐसा नया भारत, जिसकी पहचान नई हो, दूरंदेशी हो और परम्पराएं प्राचीन हों. उन्होंने कहा कि कोरोना काल के संकट के बीच दुनिया को वैक्सीन और दवाइयां पहुंचाने से लेकर बिखरी हुई सप्लाई चेन के बीच आत्मनिर्भर भारत की उम्मीद तक वैश्विक अशांति और संघर्षों के बीच शांति के लिए एक सामर्थ्यवान राष्ट्र की भूमिका तक भारत आज दुनिया की नई उम्मीद है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि जहां चुनौतियां होती हैं भारत वहां उम्मीद से भरी संभावनाओं के साथ आगे बढ़ रहा है. हम पूरी मानवता को योग का रास्ता दिखा रहे हैं, आयुर्वेद की ताकत से परिचित करवा रहे हैं. हम सॉफ्टवेयर से लेकर स्पेस तक, एक नए भविष्य के लिए तत्पर देश के रूप में उभर रहे हैं. आज देश में सरकार के कामकाज का तरीका बदला है, समाज की सोच बदली है और सबसे खुशी की बात है कि जन भागीदारी बढ़ी है. जो लक्ष्य भारत के लिए असंभव माने जाते थे, आज दुनिया भी देख रही है कि भारत ऐसे क्षेत्रों में कितना बेहतर कर रहा है. हमारे लिए संस्कार का अर्थ है- शिक्षा, सेवा, संवेदनशीलता, समर्पण, संकल्प और सामर्थ्य! हम अपना उत्थान करें, लेकिन हमारा उत्थान दूसरों के कल्याण का भी माध्यम बने! हम सफलता के शिखरों को छूएं, लेकिन हमारी सफलता सबकी सेवा का भी जरिया बने.