विकास एनकाउंटर पर पुलिस को देना होगा अहम सवालों का जवाब
विकास दुबे को गुरुवार को मध्य प्रदेश के उज्जैन से गिरफ्तार किया गया था. उत्तर प्रदेश की एसटीएफ उसे मध्य प्रदेश से उत्तर प्रदेश लेकर आ रही थी. पुलिस का कहना है कि कानपुर के करीब भौती में तीन गाड़ियों के काफिले में से एक गाड़ी फिसल गई और पलट गई. यह वही गाड़ी थी, जिसमें विकास दुबे सवार था. पुलिस का दावा है कि गाड़ी पलटने के बाद विकास दुबे ने घायल पुलिसकर्मी से बंदूक छीनी और भागने की कोशिश की. पुलिस ने उसे सरेंडर करने के लिए कहा, लेकिन उसने फायर कर दिए, आत्मरक्षा में पुलिस ने भी गोली चलाई.
इस एनकाउंटर के कुछ बड़े सवाल खड़े * विकास दुबे की कार को क्या बदला गया? एनकाउंटर से कुछ घंटे पहले, टोल प्लाजा का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें विकास दुबे दूसरी कर में बैठा नजर आ रहा है, यह वह कार नहीं है जो पलटी थी. * पुलिस के काफिले का पीछा कर ही मीडिया की गाड़ियों को क्यों घटनास्थल से दो किलोमीटर पहले रोक दिया गया *प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि उन्होंने गोलियों की आवाज सुनी है लेकिन किसी एक्सीडेंट का जिक्र नहीं किया है. उनका कहना है कि पुलिस ने उन्हें वहां से जाने के लिए कहा था.* विकास दुबे के ऊपर हत्या समेत 60 से ज्यादा अपराधिक मामले दर्ज थे, फिर ऐसे खतरनाक अपराधी को हथकड़ी क्यों नहीं पहनाई गई? पुलिस का कहना है कि जब कार पलटी तो विकास दुबे ने हथियार छीन कर भागने की कोशिश की. *कार ऐसे जगह पर पलटी जहां कोई बैरियर नहीं था और खेत के एक साइड में एक सड़क थी. पुलिस के मुताबिक जिसका इस्तेमाल विकास दुबे ने भागने के लिए किया