रायबरेलीः सेक्स शार्टेड सीमेन से बढ़ रहा दुधारू पशुओं का कुनबा
रायबरेली। गोकुल विकास मिशन से जिले में दुधारू पशुओं का कुनबा बढ़ रहा है। इस विशेष कृतिम गर्भाधान से पशुओं को मादा बच्चे होंगे। जिससे पशु पालकों का दुग्ध उत्पादन बढ़ जाएगा। जिले में इस तकनीकी को हर पशुपालक के घर पहुंचाया जा रहा है। पशुपालक मवेशी तो पालते हैं लेकिन पशुओं के नर बच्चे होने से उनको पशुपालन से दूर होना पड़ता है। ऐसे में पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए सेक्स शार्टेड सीमेन का उपयोग किया जा रहा है।
यह एक विशेष प्रकार की सीमेन होता है जिसमें 90 फीसद बछिया या पड़िया पैदा होती है। जिससे पशुपालक के घर पर दुधारू पशुओं की संख्या बढ़ रही है। गोकुल मिशन के तहत जिले में पहले 300 गांवों फिर 500 गांवों को चयनित किया गया था लेकिन अब पूरे जिले में डोर टू डोर के तहत पशुओं को कृतिम गगर्भाधान कराया जा रहा है। अब तक 6160 पशुओं को सेक्स शार्टेड सीमेन से गर्भाधान कराया जा चुका है।
आनलाइन है व्यवस्था
कहीं कोई चूक न हो इसके लिए कृतिम गर्भाधान की प्रक्रिया को आनलाइन किया गया है। इसमे पशुपालक का नाम, आधार संख्या, पशुओं की संख्या और गर्भाधान की तिथि का अंकन कर उसे पोर्टल पर फीड किया जाता है।
जिला मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा गजेंद्र सिंह का कहना है कि जिले में मुफ्त सेक्स शार्टेड सीमेन के तहत पशुओं का गर्भाधान हो रहा है। पहले इसके लिए पशुपालकों को 300 रुपये खर्च करने होते थे लेकिन गोकुल विकास मिशन से पशुपालकों का कोई पैसा खर्च नहीं करना पड़ रहा है