MP NEWS-सागर में अग्निवीर शारीरिक परीक्षा संपन्न, सात दिन में 7023 ने दिखाया दम, 867 उत्तीर्ण
MP NEWS- भारतीय सेना में अग्निवीर बनने के लिए मध्य प्रदेश के सागर में चल रही शारीरिक परीक्षा रविवार को संपन्न हो गई। पिछले सात दिनों से चल रही इस परीक्षा में प्रदेश के 10 जिलों के 7023 अभ्यर्थियों ने मैदान पर खूब दम दिखाया। इसमें से अब तक उत्तीर्ण 867 अभ्यर्थी ही हो सके, जो मेडिकल में भी फिट पाए गए। इसके अलावा 524 अभ्यर्थियों का पुन: मेडिकल परीक्षण मिलिट्री हास्पिटल में होगा। इसके बाद मेरिट लिस्ट बनेगी।
8914 अभ्यर्थियों में से 1873 उत्तीर्ण
शारीरिक परीक्षा में ग्वालियर, शिवपुरी, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुर, टीकमगढ़, सागर, दमोह, निवाड़ी, छतरपुर के 8914 अभ्यर्थियों को शामिल होना था। इन अभ्यर्थियों को प्रवेश पत्र जारी हुआ था। इसमें से 7023 अभ्यर्थी ही शारीरिक परीक्षा में शामिल हुए, बाकी अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे। उपस्थित 7023 अभ्यर्थियों में से 2111 अभ्यर्थियों ने शारीरिक परीक्षा उत्तीर्ण की और यह मेडिकल परीक्षण के लिए भेजे गए। इसमें 1873 अभ्यर्थी मेडिकल बोर्ड के समक्ष परीक्षण के लिए भेजे गए। इसमें से 97 अभ्यर्थी दस्तावेज परीक्षण में बाहर हो गए।
मेडिकल के लिए 1893 अभ्यर्थी
मेडिकल के लिए 1893 अभ्यर्थियों को बुलाया गया था, इसमें से बोर्ड के समक्ष 1775 अभ्यर्थी ही पहुंचे। रविवार शाम तक इसमें से 867 अभ्यर्थी फिट पाए गए और इन्हें अब अलग-अलग तिथियों में दस्तावेज परीक्षण के लिए ग्वालियर के मुरार स्थित सेना भर्ती कार्यालय में जाना होगा।
524 अभ्यर्थियों का पुन: मेडिकल परीक्षण होगा। इनका परीक्षण मिलिट्री हास्पिटल मुरार में होगा। 867 अभ्यर्थियों का परीक्षण जनवरी के आखिरी सप्ताह में शुरू हो जाएगा। यह करीब एक माह तक चलेगा।
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70 अभ्यर्थियों का हुआ ड्रग टेस्ट, एक भी पॉजिटिव नहीं मिला
7023 अभ्यर्थियों में से 70 अभ्यर्थी ऐसे थे, जिन पर सेना के अधिकारियों को संदेह था कि यह ड्रग लेने के बाद दौड़ में शामिल हुए हैं। इनका ड्रग टेस्ट कराया गया, लेकिन एक भी ड्रग टेस्ट पॉजिटिव नहीं आया, ये सभी अभ्यर्थी बिना ड्रग के ही दौड़ में शामिल हुए थे।
97 अभ्यर्थियों के दस्तावेजों में फर्जीवाड़ा सेना द्वारा प्रारंभिक मेडिकल परीक्षण के बाद दस्तावेजों की जांच की गई। इसमें 97 अभ्यर्थी ऐसे मिले, जिन्होंने दस्तावेज में फर्जीवाड़ा किया था। किसी ने जन्मतिथि तो किसी ने पते में हेरफेर की थी।