महंत नरेंद्र गिरि मौत का रहस्य एक माह बाद भी बरकरार, सवालों में उलझी सीबीआई
लखनऊ। महंत नरेंद्र गिरि मौत का रहस्य एक माह बाद भी बरकरार है। सीबीआई करीब माह से सबूत ढूंढने में जुटी है पर उसके हाथ अभी भी खाली है। सेवादारों, मठ व मंदिर के कर्मचारियों का कई बार बयान हो चुका है। इन बयानों के बावजूद मौत कैसे हुई। इस मौत के पीछे की असली वजह क्या है। कहां गई सीडी और महिला। जिसका महंत ने सुसाइड नोट में जिक्र किया था। जैसे सवालों के बीच सीबीआई उलझी हुई है।
20 सितम्बर को महंत नरेंन्द्र गिरि की रहस्यमय हालात में मौत हो गई। उनका शव उनके कमरे में मिला। जिसको लेकर कई विवाद सामने आए। इसके बाद शासन ने महंत की मौत की जांच सीबीआई को सौंप दी थी। बीते 23 सितम्बर से सीबीआई छाबनीन कर रही है। इस मामले में आरोपी बनाए गए महंत आंनद गिरि, आद्या तिवारी और संदीप को रिमांड पर लेकर कई राउंड पूछताछ हुई। एक-दूसरे का आमना-सामना कराया गया।
यही नहीं सीबीआई ने एक माह में करीब 1000 से अधिक लोगों से पूछताछ भी। इनमें आरोपियों के रिश्तेदार और परिचित भी शामिल हैं। इसके अलावा कर्जदार, पक्ष-विपक्ष के नेताओं से पूछताछ हुई। महंत नरेंद्र गिरि के करीबी और बाघम्बरी मठ के नए महंत बलवीर का बयान भी लिया गया।
वहीं महंत द्वारा लिखे गए सुसााइड की पड़ताल की गई। जिसमें एक महिला और सीडी का नाम आया था लेकिन सीबीआई इसका पता नहीं कर लगा सकी। यही नहीं सीबीआई आरोपियों का नार्कोटेस्ट कराना चाहती थी लेकिन न्यायायल ने मंजूरी नहीं दी। माना जा रहा है कि सीबीआई की अभी तक छानबीन, तफ्तीश, बयान और सबूतों के आधार पर कुछ नहीं जुटा पाई। अब सवाल उठता है कि सीबीआई आखिर कब महंत मामले काे सुलझा पाएगी।