कानपुर : बिकरू हत्याकांड के 50 हजार रूपये के इनामी बदमाश ने किया आत्मसमर्पण

उत्तर प्रदेश के कानपुर में चौबेपुर क्षेत्र के विकरू गांव गत दो जुलाई की रात आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मुख्य आरोपी विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद शनिवार को इस हत्याकांड में शामिल एक और 50 हजार रूपये के आरोपी बदमाश ने नाटकीय ढ़ग से आत्मसमर्पण किया है।
पुलिस सूत्रों ने यहां बताया कि बिकरू हत्याकांड में शामिल 50 हजार का इनामी उमाकांत ने आज नाटकीय ढंग से चौबेपुर थाने में अपनी पत्नी, बेटी के साथ आत्मसमर्पण करने पहुंच गया। इस दौरान वह गले में एक पट्टी टांगे हुआ था और उसमें लिखा था कि ” मेरा नाम उमाकांत शुक्ला उर्फ गुड्डन पुत्र मूलचंद्र शुक्ला निवासी बिकरू थाना चौबेपुर है। मै बिकरू कांड में विकास दुबे के साथ शामिल था। मुझे पकड़ने के लिए रोज पुलिस द्वारा तलाश की जा रही है जिससे मैं बहुत डरा हुआ हूं। हम लोगों के द्वारा जो घटना की गई थी उससे हमें बहुत आत्मग्लानि है। मैं खुद पुलिस के सामने हाजिर हो रहा हूं। मेरी जान की रक्षा की जाए मुझ पर रहम की जाए।” 


सूत्रों ने बताया कि बदमाश उमाकांत जैसे ही थाने के अपनी बेटी व पत्नी के साथ पहुंचा तो थोड़ी देर तक आस-पास मौजूद पुलिसकर्मी उसे नहीं पहचान पाए। फिर जब वह खुद ही वह कहने लगा कि मैं उमाकांत हूं और विकास दुबे के साथ उस रात घटना को अंजाम दिया था मुझे गिरफ्तार कर लो और मेरी रक्षा करो इतना सुनते ही तत्काल प्रभाव से मौजूद अन्य पुलिसकर्मियों ने इसकी सूचना अधिकारियों को दी। उसे थाने के अंदर नजरबंद कर लिया। थाने पहुंचते ही अधिकारियों ने उससे बातचीत करने का प्रयास किया तो वही उसकी पत्नी व बेटी हाथ जोड़कर क्षमा याचना करने लगे यह सब देख मौके पर मौजूद थाना प्रभारी ने तत्काल प्रभाव से उसे हिरासत में लेकर थाने के अंदर बैठा लिया और पूछताछ करने लगे।


बिकरू कांड का आरोपी उमाकांत अपनी बेटी के साथ सरेंडर करने थाने पहुंचा था इस दौरान बेटी छवि ने थाने के अंदर मौजूद अधिकारियों से कहा कि मेरे पापा को माफ कर दिया जाए वह हाजिर होने आए हैं। आप लोगों की शरण में आए हैं। मेरे पापा को बक्श दिया जाए।


थाना प्रभारी चौबेपुर ने बताया कि पुलिस टीम की लगातार 50 हजार का इनामी उमाकांत की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही थी जिसके चलते आज आरोपी उमाकांत अपने पूरे परिवार के साथ थाना चौबेपुर में आकर पुलिस के सामने हाजिर हुआ है। थाना चौबेपुर पुलिस ने उमाकान्त उर्फ को अपनी अभिरक्षा मे लिया है। पूछताछ में उमाकान्त उर्फ गुड्डन ने बताया है कि घटना वाले दिन अपने साथियो अमर दुबे, अतुल दुबे, प्रेमकुमार , प्रभात मिश्रा,हीरु, शिवम ,जिलेदार, रामसिंह, रमेशचन्द्र, गोपाल सैनी,अखिलेश मिश्रा, विपुल, श्यामू ,राजेन्द्र मिश्रा,बालगोविन्द दुबे, दयाशंकर अग्निहोत्री व विकास दुवे के साथ पुलिस वालो पर ताबड़तोड़ फायरिंग की थी जिससे आठ पुलिस वाले शहीद हो गये थे तथा छह गम्भीर रुप से घायल हो गये। हमारे साथियों ने पुलिस वालो के सरकारी हाथियार लूट कर ले गये थे और मैं पुलिस के डर के कारण भाग गया था। उसने कहा कि बिकरू कांड की मुझे बहुत आत्मग्लानि है, रोज रोज पड़ रही ताबडतोड दबिश एवं दबाव के कारण मैं आज स्वंय चौबेपुर पुलिस के सामने हाजिर हुआ हूँ, मुझ पर रहम करते हुये मेरी जान की रक्षा की जाये।

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