हर्ष इएनटी अस्पताल में 3 दिनों में किए गए 32 मरीजों के ऑपरेशन : डा0 बी पी त्यागी
गाजियाबाद। लायक हुसैन। आपको बताते चलें कि जिला गाजियाबाद के प्रमुख एक ऐसे डाक्टर जिन्होंने 25 वर्ष में रिकार्ड तोड़ कान नाक और गले जैसे ऑपरेशन किए हैं, इस संबंध में अगली खबर में हम आपको बताएंगे कि डाक्टर बी पी त्यागी यानि पूरा नाम ब्रजपाल त्यागी जी ने अब तक कितने मरीजों के ऑपरेशन किए हैं इसी के साथ आपको इनके बारे में बहुत कुछ बताने का हम प्रयास करेंगे, अब आप इस पहल के बारे में समझ लीजिए कि पहली बार हम सब इस बारे में देख रहे हैं और सुन रहे हैं दरअसल अक्सर आपने सुना भी है और देखा भी होगा कि डाक्टर अपनी फीस ये दवाई के पैसे न लेते हों परंतु यह बात अचंभित कर देने के लिए काफी है कि डाक्टर बी पी त्यागी जी गरीबों की सेवा तो करते ही हैं साथ ही हमारे समूचे देश की रक्षा करने वाले जवानों से फीस कभी नहीं लेते अब ऐसे डाक्टर की हमें दिल से तारीफ करना चाहिए चूंकि ऐसा बहुत कम होता है, एक बात और भी बेहद अहम है चूंकि उत्तर प्रदेश में योगी जी दोबारा मुख्यमंत्री बने इसलिए खुशी का इजहार कह लीजिये जो कि डाक्टर ब्रजपाल त्यागी जी ने निशुल्क 101 ऑपरेशन करने की ठानी, चूंकि डाक्टर साहब योगी जी के कार्यकाल से बेहद खुश हैं, और सच्चाई यही है कि उस ऊपर वाले ने डाक्टर ब्रजपाल त्यागी जी को इतनी इज्जत से नवाजा है जिसके लिए जितना कहेंगे उतना कम होगा, खैर हम भगवान का दूसरा नाम इसलिए कह रहे हैं
चूंकि ऊपर भगवान और नीचे डाक्टर, जब हम अपने मरीज को किसी डाक्टर के पास लेकर जाते हैं तो यही आस होती है कि हमारा मरीज यहां से अच्छा हो जाएगा इसलिए डाक्टर दूसरा भगवान होता है, और रही बात डाक्टर ब्रजपाल त्यागी जी की तो वास्तविक रूप से हम सबको उनकी सराहना जरूर करना चाहिए चूंकि वह इस काबिल हैं कि उनकी सराहना हो, आपको बताते चलें कि 7 अप्रैल से 17 अप्रैल तक डाक्टर ब्रजपाल त्यागी जी 101 मरीजों के कान के ऑपरेशन निशुल्क करेंगे जिसमें आज तक 32 मरीजों के कान के ऑपरेशन निशुल्क कर चुके हैं डाक्टर ब्रजपाल त्यागी जी, एक बात और आपको बताते चलें कि हम अपनी खबर में डाक्टर साहब के नाम के पश्चात जी इसलिए लगा रहे हैं चूंकि वह जी कहलाने के काबिल हैं और पहली बार गाजियाबाद में एक साथ 101 मरीजों के ऑपरेशन कोई डाक्टर निशुल्क करने का काम कर रहा है तो वह हैं डाक्टर बी पी त्यागी जी, अब इन साहब को गरीबों का मसीहा क्यों न कहा जाए इस बात का फैसला आप स्वयं ही कर पाएंगे।