बाहुबली अतीक की सम्पतियों को जब्त करने की मंजूरी, प्रशासक नियुक्त
प्रयागराज: पूर्व बाहुबली सांसद अतीक अहमद पर योगी सरकार का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है. प्रयागराज के डीएम ने अतीक और उसके परिवार द्वारा अवैध तरीके से अर्जित की गई सात सम्पत्तियों को जब्त किये जाने की अनुमति पुलिस को दे दी है. इतना ही नहीं डीएम भानुचंद्र गोस्वामी ने जब्तीकरण की कार्यवाही के बाद इन सभी संपत्तियों की निगरानी के लिए अलग-अलग प्रशासक भी नियुक्त कर दिए हैं. जल्द ही कुछ और सम्पत्तियों के जब्तीकरण की प्रक्रिया भी शुरू की जा सकती है.संपत्तियों को जब्त किये जाने के साथ ही प्रयागराज के सरकारी अमले ने अतीक अहमद और उसके कई करीबियों के शस्त्र लाइसेंस सस्पेंड कर दिए हैं और इन्हें निरस्त करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किये गए हैं. हालांकि अतीक के कई असलहों के लाइसेंस पहले ही रद्द या सस्पेंड किये जा चुके हैं. डीएम ने जिन सात सम्पत्तियों को जब्त किये जाने की मंजूरी पुलिस को दी है, वह शहर के अलग अलग हिस्सों में हैं. जब्तीकरण की कार्यवाही एक दो दिन में पूरी की जा सकती है.अवैध संपत्तियां अतीक की जिन सात सम्पत्तियों को जब्त किया जाना है, आरोप है कि वह सभी रसूख का इस्तेमाल कर अवैध तरीके से तैयार की गई हैं. रिहाइशी बस्तियों की प्राइम लोकेशन में होने की वजह से यह सभी बेशकीमती हैं और इनकी कीमत करोड़ों में है. जिन सम्पत्तियों को जब्त किये जाने की मंजूरी मिली है, उनमे से तीन चकिया इलाके का, दो कर्बला इलाके का और एक एक कालिंदीपुरम व सिविल लाइंस इलाके की हैं. इनमे से कुछ प्रॉपर्टी मायावती राज में भी सीज़ की गई थीं, जो बाद में कोर्ट के आदेश पर रिलीज हो गई थीं.गौरतलब है कि बाहुबली अतीक इन दिनों गुजरात की अहमदाबाद जेल में बंद है, जबकि उसका छोटा भाई पूर्व विधायक अशरफ यूपी की बरेली जेल में. बेटे उमर पर सीबीआई ने दो लाख रूपये का ईनाम घोषित कर रखा है. अतीक अहमद पांच बार का विधायक और एक बार सांसद रह चुका है. कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की शहादत के बाद से यूपी सरकार जिन सफेदपोश माफियाओं पर शिकंजा कस रही है, उनमे अतीक अहमद का नाम भी शामिल है. सूत्रों के मुताबिक़ अगर इसी तरह अतीक की अवैध सम्पत्तियों का पता चलता रहा तो आने वाले दिनों में ईडी से भी जांच की सिफारिश की जा सकती है