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लखनऊ: लेडी आइपीएस अफसर को मौत का जिम्मेदार ठहराकर संविदाकर्मी ने की आत्महत्या

लखनऊ। राजधानी लखनऊ में बुधवार को उस वक्त हड़कंप मच गया जब सचिवालय के एक संविदाकर्मी विशाल ने आत्महत्या करने से पहले सुसाइड नोट में एक लेडी आइपीएस अफसर पर गंभीर आरोप लगाकर ट्रेन से कटकर आत्महत्या कर ली। ट्रेन की पटरी पर युवक का शव दो टुकड़ों में बरामद हुआ। मृतक ने सुसाइड नोट में लिखा है कि मैं बेकसूर था…मुझे देह व्यापार के रैकेट में 2017 बैच आइपीएस अफसर प्राची सिंह ने फंसाया है। इनको कड़ी से कड़ी सजा होनी चाहिए। जिससे ये अपने पद का गलत प्रयोग करके निर्दोष लोगों को जेल न भेंजे। अपने प्रोमोशन के चक्कर में कई निर्दोषों को सजा ने दें।

लखनऊ। राजधानी लखनऊ में बुधवार को उस वक्त हड़कंप मच गया जब सचिवालय के एक संविदाकर्मी विशाल ने आत्महत्या करने से पहले सुसाइड नोट में एक लेडी आइपीएस अफसर पर गंभीर आरोप लगाकर ट्रेन से कटकर आत्महत्या कर ली। ट्रेन की पटरी पर युवक का शव दो टुकड़ों में बरामद हुआ। मृतक ने सुसाइड नोट में लिखा है कि मैं बेकसूर था…मुझे देह व्यापार के रैकेट में आइपीएस अफसर प्राची सिंह ने फंसाया है। इनको कड़ी से कड़ी सजा होनी चाहिए। जिससे ये अपने पद का गलत प्रयोग करके निर्दोष लोगों को जेल न भेंजे। अपने प्रोमोशन के चक्कर में कई निर्दोषों को सजा ने दें।

प्राची सिंह ने मेरा करियर खराब कर दिया
विशाल का जो सुसाइड नोट बरामद हुआ है उसमें उसने आईपीएस प्राची सिंह को सीधे तौर पर खुद को फंसाने और आत्महत्या का कदम उठाने के लिए जिम्मेदार ठहराया है। विशाल ने अपने सुसाइड नोट में लिखा, मैं विशाल सैनी पुत्र श्री अर्जुन सैनी अपने पूरे होश-हलास में आत्महत्या कर रहा हूं। उसकी जिम्मेदार आईपीएस प्राची सिंह हैं जिन्होंने मेरा करियर खराब कर दिया है जिसकी वजह से मैं समाज में नजरें उठाकर नहीं चल पा रहा हूं। मुझे घुटन सी महसूस हो रही है। मैं अपने परिवार से भी नजरें नहीं मिला पा रहा हूं।

दरअसल, यह घटना हसनगंज थाना क्षेत्र की रैदास मंदिर क्रासिंग पर हुआ। आगे सुसाइड नोट में लिखा था कि मैं अपने होशो हवास में आत्महत्या कर रहा हूं। जिसकी जिम्मेदार प्राची सिंह आइपीएस है। जिन्होंने मेरा कैरियर खराब कर दिया है। जिसकी वजह से समाज में मैं नजरें उठाकर नहीं चल पा रहा हूं। मुझे घुटन सी हो रही है। मेरे परिवार से मैं नजरे नहीं मिला पा रहा हूं।

बता दें कि चांदगंज छपरतला निवासी विशाल (26) पुत्र अर्जुन सचिवालय में आइएएस रोशन जैकब के यहां कंप्यूटर ऑपरेटर था। वो वहां तीन साल से काम कर रहा था। विशाल के पिता अर्जुन ने भी बताया कि गत 13 फरवरी को विशाल इंदिरानगर गया था। वहां वो एक ठेले पर चाऊमीन खा रहा था, तभी पुलिस वहां सड़क किनारे मसाज पार्लर पर छापेमारी की। उनका आरोप था कि पुलिसवालों ने विशाल को ठेले के ही पास से पकड़ा और सैक्स रैकेट का आरोप लगाते हुए थाने लेकर चले गये। विशाल लाख सफाई देता रहा लेकिन किसी ने उसकी एक न सुनी। उसे 20 दिन तक जेल में रखा गया, 21 फरवरी को वो जेल से बाहर आया। तब से वो काफी डिप्रेशन में था।

लेडी आइपीएस ने अपनी सफाई में कहा- बस वो अपनी ड्यूटी कर रही थी
एडीसीपी उत्तरी आइपीएस प्राची सिंह के मुताबिक, 12 फरवरी को इंदिरानगर इलाके में छह स्पा पार्लर पर छापा मारा गया था। इस दौरान कई लोगों को पुलिस टीम ने पकड़ा था। इसमें विशाल भी शामिल थे। विशाल जेल से छूटे होंगे। मुझे नहीं पता कि विशाल ने आत्महत्या क्यों की। मैंने अपनी ड्यूटी की थी। मेरे निर्देशन में छापेमारी हुई थी। विशाल की मौत का मुझे दुख है। लेकिन मुझपर लगाए गए आरोप निराधार हैं।

छह सैलून और स्पा सेंटर में हुई थी छापेमारी
विदित हो कि इंदिरानगर और गाजीपुर क्षेत्र के पॉश इलाके में संचालित छह सैलून और स्पा सेंटर में छापेमारी की गई थी। छापेमारी के दौरान राजफाश हुआ था कि सैलून और स्पा सेंटरों की आड़ में देह व्यापार का धंधा चल रहा था। पुलिस ने छापेमारी कर कर्मचारियों समेत आपत्तिजनक स्थिति में मिले 15 युवक और 20 युवतियों को गिरफ्तार किया था।

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