Bareily: सपा जिलाध्यक्ष शिवचरन कश्यप नजरबंद, कार्यकर्ताओं में आक्रोश
Bareily: संविधान दिवस के अवसर पर समाजवादी पार्टी के बरेली जिलाध्यक्ष शिवचरन कश्यप को पुलिस ने उनके ग्राम कांधरपुर स्थित आवास पर नजरबंद कर दिया। शिवचरन कश्यप को समाजवादी पार्टी द्वारा संभल घटना की जांच के लिए गठित प्रतिनिधि मंडल में शामिल होने और पार्टी कार्यालय में संविधान दिवस के कार्यक्रम में भाग लेने से रोका गया। इस कार्रवाई के खिलाफ पार्टी कार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया और पुलिस व सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। कार्यकर्ताओं ने इस कदम को संविधान और लोकतंत्र का अपमान करार दिया।
अपने आवास पर आयोजित विचार गोष्ठी में शिवचरन कश्यप ने कहा कि संविधान दिवस हमारे लिए गर्व का दिन है, लेकिन आज की घटना ने यह साबित कर दिया कि सत्ता में बैठे लोग संविधान और लोकतंत्र का गला घोंटने का काम कर रहे हैं। गरीब, दलित और पिछड़े वर्गों को उनके अधिकारों से वंचित किया जा रहा है।
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महानगर अध्यक्ष शमीम खां सुल्तानी ने कहा कि प्रदेश में अघोषित आपातकाल लागू है। संविधान के तहत हमें मिली अभिव्यक्ति और स्वतंत्रता के अधिकारों को कुचला जा रहा है। आज का दिन बरेली के इतिहास में काले अक्षरों में लिखा जाएगा। विचार गोष्ठी में पूर्व विधायक विजयपाल सिंह, जिला उपाध्यक्ष रविंद यादव, महिला सभा अध्यक्ष स्मृति यादव, जिला कोषाध्यक्ष अशोक यादव, राजेश मौर्य, दीपक शर्मा, और अन्य पार्टी कार्यकर्ता शामिल हुए। सभी ने जिलाध्यक्ष को हाउस अरेस्ट किए जाने की कड़ी निंदा की और इसे लोकतंत्र पर हमला बताया। कार्यकर्ताओं ने स्पष्ट किया कि ऐसी घटनाओं के खिलाफ वे चुप नहीं बैठेंगे और लोकतांत्रिक अधिकारों के लिए उनका संघर्ष जारी रहेगा। संविधान दिवस पर नजरबंदी जैसी घटनाओं ने सरकार की मंशा को उजागर कर दिया है। यह घटना न केवल राजनीतिक दलों के लिए बल्कि लोकतंत्र और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता में विश्वास रखने वाले हर नागरिक के लिए चिंताजनक है।