Dehradoon- शांति की लौ : कैंडल मार्च से बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के अधिकारों की पुकार, दिखाई एकजुटता
Dehradoon- गांधी पार्क में शनिवार शाम कैंडल मार्च निकाल सर्वसमाज के लोगों ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यक समुदायों के मानवाधिकारों की रक्षा के लिए एकजुटता दिखाई। इसमें विभिन्न समाजिक संगठनों, धार्मिक समुदायों और नागरिकों ने भागीदारी की।मार्च का मुख्य उद्देश्य बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रहे उत्पीड़न, हिंसा और मानवाधिकारों के उल्लंघन के खिलाफ आवाज उठाना था। मार्च में शामिल लोगों ने हाथों में जलती हुई मोमबत्तियां पकड़ी थी जो शांति, एकता और न्याय का प्रतीक थीं। प्रदर्शनकारियों ने नारे लगाए- मानवाधिकारों का उल्लंघन नहीं सहेंगे, अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा करो और शांति, समानता व न्याय की ओर कदम बढ़ाओ।कैंडल मार्च में विभिन्न धर्मों, जातियों और समुदायों के लोग एकजुट हुए, जिन्होंने यह संदेश दिया कि मानवाधिकारों का उल्लंघन कहीं भी स्वीकार्य नहीं है। आयोजन के दौरान आयोजकों ने कहा कि यह समय है जब दुनिया भर में मानवाधिकारों की रक्षा को प्राथमिकता दी जानी चाहिए और किसी भी प्रकार के उत्पीड़न के खिलाफ सशक्त आवाज उठानी चाहिए।मार्च में उपस्थित लोगों ने बांग्लादेश सरकार से अपील की कि वह अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित करे और उनके मानवाधिकारों का उल्लंघन रोकने के लिए ठोस कदम उठाए। यह आयोजन दर्शाता है कि देहरादून में लोग विश्वभर में शांति, समानता और न्याय की ओर बढ़ने के लिए प्रतिबद्ध हैं और बांग्लादेश में भी अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा के लिए समर्थन देने में पीछे नहीं हटेंगे।कैंडल मार्च के समापन पर आयोजकों ने संकल्प लिया कि वे इस तरह के आयोजनों को जारी रखेंगे ताकि हर जगह मानवाधिकारों की रक्षा की जाए और दुनिया भर में शांति और समानता का संदेश फैलाया जाए।