Up News-काम पूरा होने के बाद भी मनरेगा मजदूरों की लग रही मस्टरोल में फर्जी हाजिरी
Up News-सिंदुरिया महराजगंज महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना केन्द्र सरकार की महात्वाकांक्षी योजनाओं में से एक योजना हैं जिसमें मजदूरों को रोजगार देने की गारंटी की योजना हैं, लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही और कमीशनखोरी के वजह से यह भ्रष्टाचार का भेंट चढ़ चुका है। न तो मजदूरों को रोजगार मिल रहा और ना ही चक रोड, ड्रेन सफाई मिट्टी कार्य ही हो रहा है। बिना काम कराए लाखों का भुगतान हो रहा हैं। विकास खण्ड में कार्यरत जिम्मेदारों की मिली भगत से सरकारी धन का जमकर बंदर बाट हो रहा हैं।मामला मिठौरा विकास खण्ड के मुजहनाबुजुर्ग गांव का है जहां चार परियोजना पर बीस सेट में मस्टरोल जारी किया गया है। एक पचपेढ़ाही पोखरी से पूरब पारस पटेल के खेत तक चकबंध पर मिट्टी कार्य जिसमें 60 मजदूरों की हाजिरी मस्टरोल में लग रही है। लेकिन मौके पर कोई कार्य नही हो रहा, आस पास के लोगों से पूछने पर पता चला कि कार्य कई दिन पहले खत्म हो चुका है उसके बाद भी रोजगार सेवक द्वारा फर्जी हाजिरी लगाई जा रही है। इस तरह मनरेगा योजना में बिना काम कराए मजदूरों की फर्जी हाजिरी लगा कर बिना काम कराए लाखों रुपए का भूगतान कराया जा रहा है। जिसके वजह से वास्तविक मजदूरों को कहीं काम नहीं मिल रहा और वे परेशान हैं।और जिम्मेदार कागज़ी आंकड़ों में फर्जी हाजिरी लगा उसे फिट बैठा अपनी पीठ थपथपाने में मशगूल हैं। परियोजना पर कार्यरत टी ए बिना मौके पर गए बगैर ही आफिस में बैठे बैठे उन परियोजनाओं की बकायदे एमबी कर फाइलों को भूगतान के लिए भेज दिया जाता है। फाइलों में बने इस्टीमेट के अनुसार वहां कार्य नहीं होता और इस तरह सरकारी धन का जमकर बंदरबांट हो रहा है। वही सरकार विकास कार्यों में जिरोटालरेंस की बात कर रही लेकिन मिठौरा विकास खण्ड के इस गांव में जिरोटालरेंस की निति पुरी तरह फेल होती नजर आ रही है। अब देखना यह है की इस मामले में कोई कार्यवाही होती है या इसी तरह मनरेगा योजना विकास खण्ड के जिम्मेदारों के मिली भगत से भ्रष्टाचार का भेट चढ़ दम तोड़ता रहेगा।