बंगाल चुनाव: भाजपा नहीं पार कर पाई दहाई का आंकड़ा, फिर भी प्रशांत किशोर ने किया ये चौकाने वाले ऐलान

नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल चुनाव में तृणमूल कांग्रेस के रणनीतिकार रहे प्रशांत किशोर ने चुनावी कामकाज से संन्यास ले लिया है. प्रशांत किशोर ने बताया है कि वो आगे अब ये काम नहीं करेंगे. यानी चुनाव प्रबंधन का जो काम प्रशांत किशोर लंबे समय से करते चले आ रहे थे, उससे अब उन्होंने संन्यास लेने का ऐलान कर दिया है.

हालांकि, चुनाव नतीजों से पहले उन्होंने ये कहा था कि बंगाल में बीजेपी अगर दहाई का आकंड़ा पार कर ले तो वो संन्यास ले लेंगे, लेकिन अब जबकि बीजेपी 100 से नीचे ही रह गई है, फिर भी प्रशांत किशोर ने अपने संन्यास का ऐलान कर दिया है. उन्होंने लाइव टीवी पर इस बात की घोषणा की. अपने इस्तीफे का ऐलान करते हुए पीके ने कहा कि अब तक लोग मुझे रोल में देखते हैं, वो मैं अब नहीं निभाऊंगा.

क्यों किया संन्यास का ऐलान?
पीके से जब पूछा गया कि उन्होंने ये फैसला क्यों किया तो उन्होंने बताया कि मैं कभी भी ये काम नहीं करना चाहता था, लेकिन मैं आ गया और मैंने अपने हिस्से का काम कर लिया है. पीके ने बताया कि आईपैक में मेरे से काफी ज्यादा काबिल लोग हैं, वो ज्यादा अच्छा काम करेंगे, इसलिए मुझे लगा कि अब मुझे ब्रेक ले लेना चाहिए.

अब क्या करेंगे पीके?
चुनाव मैनेजमेंट का काम छोड़कर अब पीके क्या करेंगे, इस सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि कुछ समय दीजिए, इसके बारे में सोचना पड़ेगा. मैं कुछ तो करूंगा. पीके ने ये भी बताया कि क्विट करने की बात मैं काफी लंबे समय से सोच रहा था, लेकिन सही वक्त नहीं मिल रहा था, अब बंगाल के वक्त राइट टाइम लगा.

क्या राजनीति करेंगे?
पीके ने बताया कि राजनीति में जाना हमेशा उनके रडार पर रहा है, वो राजनीति में गए भी. पीके ने बताया कि मैंने पॉलिटिक्स ज्वाइन की लेकिन फेल हो गया. उन्होंने कहा कि अगर मैं राजनीति में भी जाता हूं तो सोचूंगा कि क्या कमी रही, फिर कोई फैसला लूंगा.

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