बढ़ सकती है रामदेव की मुश्किलें, पतंजलि सरसों तेल में मिलावट की शिकायत, अलवर में फैक्ट्री की गई सील

नई दिल्ली। बाबा रामदेव की परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. एलोपैथी पर बयान देकर फंसने के बाद अब रामदेव अपनी ही कंपनी के सरसों के तेल को लेकर मुश्किलों में घिर गए हैं. राजस्थान के अलवर में गुरुवार देर रात प्रशासन ने पंतजलि कंपनी के सरसों के तेल में मिलावट की आशंका के चलते खैरथल की सिंघानिया आयल मिल को सीज कर दिया है. इस कार्रवाई के दौरान खुद जिला कलेक्टर वहां मौजूद रहे साथ ही कार्रवाई की वीडियोग्राफी भी करवाई गई है.

खाद्य तेल संगठन पहले से ही पंतजलि के सरसों के तेल पर आपत्ति जता चुका था. दरअसल पंतजलि के सरसों तेल के एक विज्ञापन में यह दिखाया गया है कि पंतजलि छोड़ बाकी सभी कंपनियों के कच्ची घानी तेल में मिलावट है. इसी विज्ञापन के बाद ही खाद्य तेल संगठन ने अपनी आपत्ति जताई थी. हालांकि अब बाबा रामदेव की पतंजलि ब्रांड के नाम से सरसों के तेल की पैकिंग और मिलावट किये जाने की सूचना के बाद प्रशासन ने फैक्ट्री पर छापेमारी कार्ऱवाई करते हुए देर रात ही सीज कर दिया है.

फैक्ट्री में पतंजलि की भारी संख्या में पैकिंग सामग्री मिली
फैक्ट्री में पतंजलि की भारी मात्रा में पैकिंग सामग्री बरामद की गई है. हालांकि फैक्ट्री में बाबा रामदेव की पतंजलि का पैकिंग किये जाने की अनुमति होने की बात प्रबंधन की ओर से बताई गई है. इसके अलावा एक और ब्रांड श्री श्री ऑयल ब्रांड के भी रैपर वहां से मिले हैं. फैक्ट्री में मौजूद सरसों के तेल कच्ची घानी ओर स्पेलर से निकाले गए तेल के स्टॉक और मौजूद कच्चे सामान के खाद्य निरीक्षकों और आयुर्वेद निरिक्षकों की टीम ने सैम्पल लिए हैं. प्रशासन का कहना है कि सैंपल रिपोर्ट के आने के बाद ही आगे की कार्यवाही की जाएगी.

इस फैक्ट्री से बड़ी संख्या में तेल पंतजलि को जाता है
प्रशासन ने कंपनी प्रबंधन को चेतावनी दी है कि किसी भी सूरत में सामान के साथ छेड़छाड़ नहीं की जानी चाहिए. जो समान जहां है वैसा ही होना चाहिए. बता दें कि इस फैक्ट्री से भारी मात्रा में सरसों का तेल बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि को जाता है. जिसके बाद पतंजलि इस तेल पर अपना ठप्पा लगाकर बाजारों में सप्लाई करती है.

शिकायत मिलने पर फौरन हुई कार्ऱवाई
जिला कलेक्टर नन्नू मल पहाड़िया का कहना है कि प्रशासन को जैसी ही सरसों के तेल में मिलावट की बात पता चली तो शिकायत के आधार पर त्वरित कार्रवाई करते हुए अलवर के एसडीएम योगेश डागुर के नेतृत्व में तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया. इस कमेटी ने फैक्ट्री पर कार्रवाई करते हुए उसे सीज कर दिया है ताकि समान इधर-उधर ना हो सके. उन्होंने कहा कि मामले की जांच जारी है. सैंपल की रिपोर्ट आने के बाद ही इस मामले में कार्रवाई की जाएगी.

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