UP Board Exam: कोरोना काल के चलते 12वीं की परीक्षा रद्द, छात्रों को ऐसे किया जाएगा प्रोमोट
लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने यूपी बोर्ड 12वीं की परीक्षाओं को रद्द करने का फैसला लिया है. कोरोना काल मे छात्रों की सुरक्षा को देखते हुए उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की 10वीं के बाद कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षा को भी निरस्त कर दिया है. परीक्षाओं को लेकर सीएम योगी और डिप्टी सीएम डॉ दिनेश शर्मा के साथ लंबी बैठक चली. सभी पहलुओं पर चर्चा के बाद ये फैसला लिया गया है. डिप्टी सीएम डॉ दिनेश शर्मा में बताया कि कक्षा 10वीं की तरह ही 12वीं के स्टूडेंट्स को प्रोमोट किया जाएगा.
स्टूडेंट्स को प्रोमोट करने का फैसला
स्टूडेंट्स को प्रोमोट करने का फैसला भी विभाग ने तैयार कर लिया है. इण्टरमीडिएट की निरस्त हुयी परीक्षा के रिजल्ट को सम्बन्धित परीक्षार्थियों के कक्षा 10 की बोर्ड परीक्षा के प्राप्तांकों और उनके कक्षा 11 के वार्षिक परीक्षा के प्राप्तांकों के औसत के आधार पर तैयार कराया जाएगा. अगर कक्षा 11 के वार्षिक परीक्षा के प्राप्तांक उपलब्ध नहीं होंगे तब उस स्थिति में कक्षा 12 की प्री-बोर्ड परीक्षा के प्राप्तांकों को लिया जाएगा. इंटरमीडिएट के जिन संस्थागत एवं व्यक्तिगत परीक्षार्थियों के उपर्युक्त प्राप्तांक उपलब्ध नहीं होंगे, उन्हें सामान्य रूप से प्रमोट कर दिया जाएगा तथा केवल कक्षोन्नति का प्रमाण पत्र दिया जाएगा.
बेहतर अंक लाने का मौका भी मिलेगा
इंटरमीडिएट की वर्ष 2021 की परीक्षा के सभी रजिस्टर्ड परीक्षार्थियों को आगामी इण्टरमीडिएट परीक्षा में अपनी इच्छा के अनुसार एक विषय में अथवा अपने सभी विषयों की परीक्षा में सम्मिलित होकर अपने अंको में सुधार करने का अवसर भी मिलेगा. यानी अगर किसी को लगता है कि परीक्षा से वो और बेहतर अंक ला सकता है तो इसका मौका भी मिलेगा. ये अंक वर्ष 2021 की इंटरमीडिएट की परीक्षा के अंक ही माने जाएंगे.
आंकड़े एक नजर में
- यूपी बोर्ड हाईस्कूल और इंटर की परीक्षा में इस बार 56,03,813 छात्र-छात्राएं पंजिकृत.
- कुल 56,03,813 परीक्षार्थियों में 31,47,793 छात्र और 24,56,020 छात्राएं हैं.
- हाईस्कूल की परीक्षा में 29,94,312 और इंटरमीडिएट की परीक्षा में 26,10,316 छात्र-छात्राएं पंजिकृत.
- हाईस्कूल में 16,74,022 छात्र और 13,20,290 छात्राएं पंजिकृत.
- इंटर की परीक्षा में 14,73,771 छात्र और 11,35,730 छात्राएं पंजिकृत.
तय है फॉर्मूला
डिप्टी सीएम ने बताया कि हाईस्कूल की निरस्त हुई परीक्षा के रिजल्ट जारी करने के लिए भी फॉर्मूला तय है. सम्बन्धित परीक्षार्थियों के कक्षा 9 की वार्षिक परीक्षा के प्राप्तांकों और उनके कक्षा 10 के प्री-बोर्ड परीक्षा के प्राप्तांकों के औसत के आधार पर रिजल्ट तैयार कराया जाएगा. हाईस्कूल के जिन संस्थागत एवं व्यक्तिगत परीक्षार्थियों के उपर्युक्त प्राप्तांक उपलब्ध नहीं होंगे, उन्हें सामान्य रूप से कक्षा 11 में प्रमोट कर दिया जाएगा. इंटरमीडिएट की तरह ही वर्ष 2021 की हाईस्कूल परीक्षा के सभी रजिस्टर्ड परीक्षार्थियों को आगामी हाईस्कूल परीक्षा में अपनी इच्छा के अनुसार, एक विषय में अथवा अपने सभी विषयों की परीक्षा में सम्मिलित होकर अपने अंको में सुधार करने का अवसर प्राप्त होगा और ये अंक वर्ष 2021 की हाईस्कूल परीक्षा के ही अंक माने जाएंगे.